Udaipur Murder: उदयपुर में कन्हैयालाल का अंतिम संस्कार, पत्नी बोली- हत्यारों को फांसी दो, नहीं तो वे कई लोगों को मारेंगे
उदयपुर में कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। हालांकि, अंतिम संस्कार का जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकाला गया। फिलहाल घटना के विरोध में पूरा उदयपुर बंद है।
Highlights
- राजस्थान में तालिबानी आतंकियों जैसा कत्ल
- कन्हैयालाल के शरीर पर खंजर के 26 निशान
- कन्हैया की पत्नी ने हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की
Udaipur Murder: उदयपुर में मंगलवार को धारदार हथियार से मारे गए कन्हैयालाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उदयपुर के अशोक नगर श्मशान घाट में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया जबकि शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है। लोग बेहद गु्स्से में हैं और कन्हैयालाल के कातिलों को सज़ा-ए-मौत देने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले पोस्टमार्टम के बाद जब उनका शव घर ले जाया गया, तो घर में कोहराम मच गया। परिवारवालों की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। कन्हैयालाल की पत्नी ने हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की। बिलखती पत्नी ने कहा कि हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए, नहीं तो ये लोग कई लोगों को मारेंगे।
अंतिम यात्रा में भी हज़ारों लोग शव के साथ साथ सड़क पर चल रहे थे। हर कोई एक आवाज़ में कन्हैयालाल के गुनाहगारों को सज़ा देने की मांग कर रहा है। अंतिम संस्कार के बाद श्मशान घाट के अंदर ‘मोदी मोदी’ के नारे लगे। अंतिम संस्कार के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। हालांकि, अंतिम संस्कार का जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकाला गया। फिलहाल घटना के विरोध में पूरा उदयपुर बंद है। किसी भी हालात से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस भी तैनात की गई है।
मुखाग्नि के बाद कन्हैयालाल के समर्थन में नारेबाजी
कन्हैया लाल की अंतिम यात्रा सेक्टर 14 स्थित उनके आवास से शुरू हुई जो अशोक नगर श्मशान घाट पहुंची। अंतिम संस्कार में बडी संख्या में लोग शामिल हुए। वे मोटरसाइकिल और कारों से श्मशान घाट पहुंचे। इनमें से कुछ ने आरोपियों को मौत की सजा की मांग करते हुए नारे लगाये। अंतिम संस्कार में शामिल कुल लोगों के हाथ में भगवा झंडे भी थे। चिता को अग्नि के हवाले करते ही लोगो ने ‘‘कन्हैयालाल अमर रहे’’ और अन्य नारे लगाये। कन्हैया के रिश्तेदार श्मशान घाट पर रोते-बिलखते नजर आए।
'पुलिस से हालात को समझने में चूक हुई'
गौरतलब है कि मंगलवार को पेशे से दर्जी कन्हैयाल लाल की उनके दुकान में ही दो लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। हत्यारों ने यह कहते हुए ऑनलाइन वीडियो पोस्ट किया कि उन्होंने इस्लाम का अपमान करने के लिए उनका ‘सिर कलम’’ किया है। राजस्थान के डीजीपी ने आज कन्हैया लाल मर्डर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस से हालात को समझने में चूक हुई है। कन्हैया लाल ने 15 जून को अपनी जान का खतरा बताया था। ASI को सस्पेंड कर दिया गया है। डीजीपी ने कहा कि इस मामले में लापरवाह पुलिस वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
राजस्थान के उदयपुर में क्या हुआ?
1- विवादित पोस्ट को लेकर उदयपुर में दिनदहाड़े मर्डर
2- गौस और रियाज़ ने दर्जी कन्हैयालाल का गला रेता
3 - हत्यारे कपड़े का नाप देने के बहाने दुकान में घुसे
3- गौस और रियाज़ ने दुकान में घुसकर मर्डर किया
4- हत्या का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला
5- वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को धमकी
6- हत्या के बाद से उदयपुर में तनाव के हालात
7- हत्यारे राजसमंद के भीमा इलाके से अरेस्ट
8- SIT और NIA कर रही है मामले की जांच
पूरे राजस्थान में इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू
इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) अब इसकी जांच में जुट गई है। NIA की 5 सदस्यीयों की टीम आरोपियों से पूछताछ के लिए दिल्ली से उदयपुर के लिए निकल चुकी है। इस केस को आतंकी हमले की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है। इस घटना के बाद उदयपुर में तनाव है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात कर दी गई है। पूरे राजस्थान में इंटरनेट बंद कर दिया गया है और पूरे प्रदेश में एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। NIA तो पूछताछ कर ही रही है राज्य सरकार ने भी एक SIT बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
कपड़े का नाप देने का बहाना बनाकर कन्हैयालाल की दुकान में घुसे थे आरोपी
गिरफ्तार किए गए दोनों हत्यारे गौस मुहम्मद और रियाज़ उदयपुर के सूरजपोल इलाके के रहने वाले हैं। दोनों हत्यारे कपड़े का नाप देने का बहाना बनाकर कन्हैयालाल की दुकान में घुसे और फिर बातों में उलझाकर उस पर तलवार से ताबड़तोड हमला कर दिया। कन्हैयालाल की हत्या करने बाद आरोपी वहां से भाग निकले। दोनों आरोपियों को राजसमंद जिले के भीमा इलाके से गिरफ्तार किया गया है। हत्या के बाद से उदयपुर में तनाव के हालात बन गए, लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिए। मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की टीम ने मोर्चा संभाला।