Udaipur Murder Case : उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह कोई साधारण घटना नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी से लिंक ना हो तब तक ऐसी घटनाएं नहीं होती है, ये अनुभव कहता है। उसी रूप में इस मामले की जांच की जा रही है। इस बीच घटना की गंभीरता के मद्देनजर सीएम गहलोत ने एक उच्चस्तरीय बैठक भी बुलाई है।
परिजनों को सौंपा गया पार्थिव शरीर
इस बीच मृतक कन्हैयालाल का पार्थिव शरीर परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं एहतियातन 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया गया है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है।
हर चीज का खुलासा होगा-गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उदयपुर की घटना कोई मामूली वारदात नहीं है और जब तक अंतरराष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर पर उनके (आरोपियों के) कुछ संबंध नहीं हो ऐसा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि इस वारदात की जांच उसी को ध्यान में रखते हुए की जा रही है कि जिन्होंने हत्या की है, उनकी क्या साजिश थी, क्या षड्यंत्र था, किससे उनके संपर्क हैं, क्या वे कियी राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी के संपर्क में हैं, इन तमाम बातों का खुलासा होगा।
एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया-गहलोत
बता दें कि उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में मंगलवार को दिन दहाड़े दो लोगों ने धारदार हथियार से कन्हैया लाल नाम के एक दर्जी की हत्या कर दी थी। गहलोत ने कहा कि घटना बहुत बड़ी व जघन्य है। उन्होंने कहा, “मैंने कल भी कहा कि इसकी जितनी निंदा करें उतनी कम है और हमने इसीलिए एसआईटी गठित की है, एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है।”
उदयपुर एसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
उधर, उदयपुर में पुलिस की व्यापक तैनाती की गई है। हालात के मद्देनजर राज्य के सभी 33 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित किया गया है। वहीं प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने उदयपुर के एसपी के खिलाफ कार्रवाही मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक को घटना को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए था और इसमें उनको स्वयं को शामिल होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि केवल किसी पुलिसकर्मी को निलंबित कर पुलिस इस समस्या का समाधान नहीं कर सकेगी।