Udaipur Murder: कन्हैयालाल हत्याकांड मामले (Kanhaiya Lal murder case) में अब तक जांच एजेंसी NIA ने हत्या के मुख्य आरोपियों रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी को 12 जुलाई तक के लिए रिमांड पर भेजा गया है। वहीं जांच के दौरान जब रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद की कॉल डिटेल खंगाली गई तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इनकी कॉल डिटेल में पाकिस्तान के 18 नंबरों का पता लगा है। इन नंबरों पर इनकी लंबी बातचीत होती थी। जबकि कुछ नंबर दावत-ए-इस्लामी से जुड़े हैं। एनआईए को पता चला है कि इन आरोपियों का देश के 25 राज्यों के लगभग 300 लोगों से लगातार संपर्क बना हुआ था।
इन राज्यों के रहने वाले हैं संपर्की
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक जिन 300 नंबरों के साथ इनका संपर्क था उनमें से 250 नंबर अकेले उत्तर प्रदेश में हैं। बाकि के नंबर महाराष्ट्र, राजस्थान, बंगाल, एमपी, बिहार, गुजरात और केरल के हैं। वहीं इन लोगों में एक नंबर अजमेर शरीफ के खादिम गौहर चिश्ती का भी है, जिसपर आरोप है कि उसने 17 जून को दरगाह इलाके में भड़काऊ नारे लगाए थे।
कन्हैयालाल की गला काटकर की थी हत्या
गौरतलब है कि उदयपुर में एक दर्जी कन्हैयालाल (Kanhaiya Lal) की हत्या कर दी थी, जिसके बाद सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था। बता दें कि भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद देशभर में भारी बवाल मचा। इस बीच नूपुर (Nupur Sharma) को लेकर दर्जी कन्हैयालाल (Kanhaiya Lal) ने सोशल मीडिया पर नूपुर के समर्थन एक पोस्ट डाली थी, जिसको लेकर पिछले सप्ताह रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद नाम के दो लोगों ने कन्हैयालाल (Kanhaiya Lal) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी थी।
कन्हैयालाल के बच्चों को मिलेगी सरकारी नौकरी
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में उदयपुर घटना में मृत कन्हैयालाल के पुत्रों को सरकारी नौकरी दिलाने में नियमों में शिथिलता प्रदान करने, राजकीय कार्मिकों की वेतन विसंगतियों को दूर करने, न्यूज वेबसाइट्स को सरकारी विज्ञापन जारी करने, नवीन राजकीय महाविद्यालयों के बेहतर प्रबंधन के लिए राजस्थान कॉलेज एजुकेशन सोसायटी का गठन करने सहित कई अहम निर्णय लिए गए हैं। कन्हैयालाल के पुत्र यश तेली की उम्र 20 साल है और वो बीएन कॉलेज में कॉमर्स सेकंड ईयर में पढ़ रहे है। उन्होंने बताया कि सीएम साहब अशोक गहलोत ने उन्हें नौकरी देने का कहा था, तब मैंने कहा था कि जो मैं पढ़ाई कर रहा हूं उसके लिहाज से ही नौकरी दी जाए। यश ने बताया कि यूआईटी में नौकरी लगाने की बातें चल रही थी। सरकार के नौकरी देने के सवाल पर यश ने कोई कमेंट करने से इनकार कर दिया।