राजस्थान के उदयपुर में चाकूबाजी की घटना के बाद से माहौल गरमाया हुआ है। दरअसल सूरजपोल थाना इलाके में एक युवक को चाकू मारे जाने के बाद परिजनों और समाज के लोगों ने अस्पताल में खूब हंगामा काटा। इसके बाद देर रात पुलिस ने अस्पताल में हंगामा कर रहे लोगों पर लाठियां भांजी और उसके बाद माहौल को शआंत कराया। दरअसल चेतन नाम के युवक ने शोएब पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में शोएब के कंधे पर चाकू फंस गया। घटना के बाद शोएब को एमबी अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसके कंधे से चाकू को निकाला गया। अस्पताल के डॉक्टर्स ने शोएब को खतरे से बाहर बताया है। वहीं पुलिस ने देर रात ही चेतन को गिरफ्तार कर लिया। चाकूबाजी की घटना बाइक के कट मारने से शुरू हुई और विवाद यहां तक पहुंच गया कि जान लेने तक की नौबत आ गई।
क्यों हुआ विवाद?
दरअसल चेतन और शोएब के बीच बाइक के कट मारने को लेकर शुरू हुई। इसके बाद बहस इतनी बढ़ गई कि चेतन ने आवेश में आकर शोएब पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में चाकू शोएब के कंधे में फंस गया। इससे चेतन घबरा गया और मौके से फरार हो गया। इसके बाद घटनास्थल के पास से गुजर रहे लोगों ने शोएब को अस्पताल में भर्ती कराया।वहीं अस्पताल में सूचना मिलने के बाद घायल के परिजन पहुंचे। इसके कुछ देर बाद विशेष समुदाय के सैकड़ों लोग एमबी अस्पताल में जमा हो गए और जमकर नारेबाजी की। हालांकि डॉक्टरों ने तुरंत शोएब के कंधे से चाकू को निकाला। डॉक्टरों का कहना है कि शोएब खतरे से बाहर है।
आरोपी के घर बुलडोजर एक्शन की मांग?
इस घटना के बाद भारी संख्या में जब परिजन और समाज के लोग एमबी अस्पताल में पहुंचे तो वहां उन्होंने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसके बाद लोगों ने आरोपी के घर पर बुलडोजर एक्शन की मांग शुरू कर दी। साथ ही पीड़ित के परिजनों को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग करनी शुरू कर दी। सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस के कहने पर भी जब भीड़ शांत नहीं हुई तो तनाव बढ़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसके पुलिस ने खूब लाठी भांजे और भीड़ को वहां से खदेड़ दिया। इसके बाद परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया।