Udaipur Kanhaiyalal Murder Case: उदयपुर में हुए कन्हैयालाल के मर्डर केस में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इस आरोपी की पहचान मोहम्मद रजा के रूप में हुई है और उसे प्रतापगढ़ के पारसोला से गिरफ्तार किया गया। एनआईए और एटीएस ने बुधवार सुबह इस कट्टरपंथी को पकड़ा।
दरअसल जांच टीम 2 दिन से पारसोला में ठहरी हुई थीं। अब टीम रजा को लेकर जयपुर के लिए रवाना हुई है। सूत्रों के मुताबिक, रजा कट्टरपंथी संगठन टीएलपी का सदस्य है। यह कन्हैया लाल हत्याकांड (Kanhaiya Lal Murder Case) के मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद के संपर्क में था। दोनों की पहचान करीब दस साल से थी।
गला काटकर कन्हैयालाल की हुई थी हत्या
उदयपुर के धानमंडी थाना इलाके में 28 जून को दोपहर दो युवकों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने टेलर कन्हैयालाल (Kanhaiya Lal Murder Case) की धारदार हथियार से गला काटकर कर हत्या का दी थी। दोनों आरोपियों ने दर्जी कन्हैयालाल की हत्या केवल इस बात पर कर दी कि कन्हैयालाल के बेटे ने सोशल मीडिया पर पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान देने वाली नूपुर शर्मा के समर्थन में स्टेटस लगाया था। आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान पर आए थे। इसके बाद दोनों आरोपियों ने वीडियो शेयर कर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैयालाल की हत्या की है।
कॉल डिटेल में चौंकाने वाले खुलासे
कन्हैयालाल हत्याकांड मामले (Kanhaiya Lal Murder Case) में जब रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद की कॉल डिटेल खंगाली गई तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। इनकी कॉल डिटेल में पाकिस्तान के 18 नंबरों का पता लगा था। इन नंबरों पर इनकी लंबी बातचीत होती थी। जबकि कुछ नंबर दावत-ए-इस्लामी से जुड़े थे। एनआईए को पता चला है कि इन आरोपियों का देश के 25 राज्यों के लगभग 300 लोगों से लगातार संपर्क बना हुआ था।
कन्हैयालाल के बच्चों को सरकारी नौकरी का भरोसा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में ये फैसला लिया गया था कि उदयपुर घटना में मृत कन्हैयालाल के पुत्रों को सरकारी नौकरी दिलाने में नियमों में शिथिलता बरती जाएगी। दरअसल कन्हैयालाल के पुत्र यश तेली की उम्र 20 साल है और वो बीएन कॉलेज में कॉमर्स सेकंड ईयर में पढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि सीएम साहब अशोक गहलोत ने उन्हें नौकरी देने का कहा था, तब मैंने कहा था कि जो मैं पढ़ाई कर रहा हूं उसके लिहाज से ही नौकरी दी जाए। यश ने बताया कि यूआईटी में नौकरी लगाने की बातें चल रही थीं। सरकार के नौकरी देने के सवाल पर यश ने कोई कमेंट करने से इनकार कर दिया था।