Udaipur Kanhaiya Lal Murder: कन्हैयालाल (Kanhaiya Lal) हत्याकांड में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जानकारी सामने आई है कि कन्हैयालाल ने अपनी दुकान में मर्डर से एक हफ्ता पहले ही सीसीटीवी लगवाया था लेकिन आरोपियों ने हत्या से पहले सीसीटीवी का तार ही काट दिया था। यही वजह है कि हत्याकांड के बाद जब उदयपुर पुलिस सीसीटीवी चेक किया गया तो रिकॉर्डिंग में कुछ नहीं दिखा।
व्हाट्सएप ग्रुप में पाकिस्तान कनेक्शन
उदयपुर (Udaipur) में दर्जी कन्हैयालाल (Kanhaiya Lal) की मंगलवार दोपहर को दो मुस्लिम लोगों रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने चाकू से हमला कर हत्या कर दी। आरोपियों ने मर्डर का ऑनलाइन वीडियो पोस्ट कर दर्जी कन्हैयालाल का सिर काटकर हत्या करने का दावा किया। दोनों आरोपियों को घटना के कुछ घंटों बाद राजसमंद के भीम क्षेत्र से पकड़ लिया गया। अब इस मामले में खुलासा हुआ है कि आरोपी एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े हुए थे। इस ग्रुप में मर्डर के बाद आरोपियों ने अपडेट किया, 'जो टास्क दिया वो पूरा किया'। बड़ा खुलासा ये हुआ कि इस ग्रुप में पाकिस्तान के भी कुछ लोग शामिल हैं।
हत्यारों के बैकअप प्लान का हुआ खुलासा
सूत्रों की मानें तो कन्हैयालाल की हत्या में 5 लोग शामिल थे। हत्या के बाद मोहम्मद गौस और रियाज को एक सेफ पैसेज देने के लिए बैकअप प्लान भी तैयार था। उस बैकअप प्लान में 3 लोग शामिल थे जिसमें मोहसिन उसका साथी आसिफ दुकान से थोड़ी ही दूरी पर खड़े थे। एक और साथी एक स्कूटी पर वहीं पास में ही मौजूद था। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक आरोपियों की प्लानिंग थी कि अगर गौस और रियाज पकड़े जाते तो उनको वहां से निकालने का काम इन तीनों का था। इनके पास भी खंजर थे और प्लान ये था कि अगर हत्यारे फंसते तो ये लोग भीड़ पर हमला करके उनको बचा लेते। ये खुलासा इस मामले में गिरफ्तार हुए 2 और आरोपियों से पूछताछ में हुआ है।
NIA की विशेष अदालत में आज पेशी
अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद गौस मोहम्मद और रियाज को NIA ने अपनी कस्टडी में लिया है। दोनों को NIA कड़ी सुरक्षा में जयपुर ला रही है। मोहसिन और आसिफ को आज जयपुर की NIA की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।