जयपुर: नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राजस्थान के कई इलाकों में अगले एक-दो दिन में बारिश व ओलावृष्टि होने की संभावना है। इस बीच न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को सर्दी से थोड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 21 जनवरी को दक्षिण पश्चिमी राजस्थान के ऊपर प्रेरित परिसंचरण तंत्र बनने व अरब सागर की खाड़ी से हवाओं के साथ पर्याप्त मात्रा में नमी की आपूर्ति होने की संभावना है।
इसके अनुसार, ‘‘इस तंत्र के असर से 21 जनवरी की रात से जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, कोटा व भरतपुर संभाग के जिलों में मेघ गर्जन के साथ कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है।’’ इस तंत्र का सबसे अधिक असर 22 जनवरी को रहने की संभावना है।
इससे राज्य में अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, जयपुर, करौली, सीकर, सवाई माधोपुर, टोंक, बीकानेर, चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, नागौर, जोधपुर व पाली जिलों में कई स्थानों पर मेघ गर्जन हो सकता है। वहीं इसी दौरान जयपुर, अलवर, सीकर व चुरू जिले में कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है।
इसी तरह 21, 22 जनवरी को राज्य के जोधपुर, अजमेर, जयपुर, बीकानेर व भरतपुर संभाग के जिलों में 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसी तरह 23 जनवरी को जयपुर व भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
वहीं राज्य के ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम तापमान तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ा है। बुधवार रात सबसे कम न्यूनतम तापमान बूंदी में 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अंता में यह 6.5 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा व वनस्थली में 7.0 डिग्री सेल्सियस, करोली व चित्तौड़गढ़ में 7.2 डिग्री सेल्सियस और टोंक व बूंदी में 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर में बुधवार रात न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।