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Hindi News राजस्थान जयपुर के ऐल्बर्ट हॉल में 2322 साल पुरानी तुर्की ममी को बारिश से बचाया गया

जयपुर के ऐल्बर्ट हॉल में 2322 साल पुरानी तुर्की ममी को बारिश से बचाया गया

राजस्थान के जयपुर में हुई आफत की बारिश के बाद ऐल्बर्ट हॉल की हालत खराब हो गई है। बारिश में ऐल्बर्ट हॉल की कई फाइलें गिली हो गई जिसके बाद उन्हें सुखाने के काम जारी है।

The Mummy over 2 thousand years old has been saved from heavy rainfall in Jaipur- India TV Hindi The Mummy over 2 thousand years old has been saved from heavy rainfall in Jaipur

जयपुर | राजस्थान के जयपुर में हुई आफत की बारिश के बाद ऐल्बर्ट हॉल की हालत खराब हो गई है। बारिश में ऐल्बर्ट हॉल की कई फाइलें गिली हो गई जिसके बाद उन्हें सुखाने के काम जारी है। बारिश के दौरान समय रहते 2322 साल पुरानी तुर्की ममी को बाहर निकाल लिया गया वरना इतनी पूरानी यह ममी बारिश में तैरते हुए दिखाई देती। 

राजस्थान के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान हल्के से मध्यम दर्जे और कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान सिरोही के रेवदर में अधिकतम 15 सेंटीमीटर बारिश, राजसमंद के देवगढ़ में 10 सेंटीमीटर, अजमेर के टोडगढ़ में 9 सेंटीमीटर, भीलवाडा के ग्यानगढ में आठ सेंटीमीटर, राजसमंद के भीम में सात सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं सोमवार सुबह से शाम तक जयपुर में 11.2 मिलीमीटर (मिमी), जैसलमेर में 2.8 मिमी, उदयपुर के डबोक में 0.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। 

विभाग ने पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में आगामी 24 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं शुक्रवार को जयपुर और उसके आसपास हुई भारी बारिश के कारण जयपुर—दिल्ली राजमार्ग स्थित तीन आवासीय कॉलोनी में जमा हुए मलबे और मिट्टी को हटाने का काम सोमवार को भी जारी रहा। जयपुर के जिलाधिकारी अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि मलबे और मिट्टी को साफ करने का काम सोमवार को भी जारी रहा। 

रहीमन कॉलोनी, लाल डूंगरी और सुंदर नगर में कई जेसीबी मशीनों और ट्रैक्टरों को मलबे और मिट्टी हटाने के लिये लगाया गया है। शुक्रवार की बारिश के दौरान पानी के तेज बहाव में कई वाहन मिट्टी में दब गये। उन्होंने बताया कि प्राथमिक मूल्याकंन के अनुसार 29 मकानों को नुकसान हुआ है। मूल्यांकन का कार्य अभी भी जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में प्रदेश में मानसून को देखते हुए अत्यधिक वर्षा एवं बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए।