राजस्थान: CM गहलोत से मिले सचिन पायलट, कांग्रेस विधायक दल की बैठक जारी
14 अगस्त (शुक्रवार) से शुरू होने वाले राजस्थान विधानसभा के विशेष सत्र से पहले आज गुरुवार (13 अगस्त) को सचिन पायलट कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर पहुंचे।
जयपुर। 14 अगस्त (शुक्रवार) से शुरू होने वाले राजस्थान विधानसभा के विशेष सत्र से पहले आज गुरुवार (13 अगस्त) को सचिन पायलट कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर पहुंचे। राजस्थान सियासी संकट के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनकी यह पहली मुलाकात है। मुख्यमंत्री निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक जारी है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में शुक्रवार (14 अगस्त) से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में रणनीति सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने बताया कि कांग्रेस ने विधायकों भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह का निलंबन वापस ले लिया गया है। उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट एवं कांग्रेस के 18 अन्य विधायक मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व से कथित तौर पर नाराज थे और वे सोमवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद लगभग एक महीने बाद जयपुर लौटे हैं।
कांग्रेस ने विश्वेंद्र व शर्मा का निलंबन रद्द किया
कांग्रेस ने गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों- विश्वेंद्र सिंह तथा भंवर लाल शर्मा का निलंबन रद्द कर दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। डोटासरा ने कहा,'कांग्रेस के संगठन महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेन्द्र सिंह के कांग्रेस पार्टी से निलंबन को वापस ले लिया है।' उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने 17 जुलाई को विधायक विश्वेंद्र सिंह व भंवर लाल शर्मा की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी थी। पार्टी ने इन दोनों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। कांग्रेस ने इससे पहले 14 जुलाई को सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह व रमेश मीणा को उनके मंत्री पद से हटाने की घोषणा की थी। इन दोनों का निलंबन रद्द करने की घोषणा यहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू होने से ठीक पहले की गयी।
'भूल जाओ और माफ करो' की भावना के साथ लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में जुटना होगा: गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों को 'भूल जाओ और माफ करो' की भावना के साथ लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में लगना होगा। गहलोत ने ट्वीट किया, 'कांग्रेस की लड़ाई तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतंत्र को बचाने की है। पिछले एक माह में कांग्रेस पार्टी में आपस में जो भी मतभेद हुआ है, उसे देश के हित में, प्रदेश के हित में, प्रदेशवासियों के हित में और लोकतंत्र के हित में हमें भुलाना होगा और माफ करके आगे बढ़ने की भावना के साथ लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में लगना है।
गहलोत ने ट्वीट किया, 'मैं उम्मीद करता हूं कि भूल जाओ और माफ करो की भावना के साथ 'लोकतंत्र की रक्षा करना' हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। देश में चुनी हुई सरकारों को एक-एक करके तोड़ने की जो साजिश चल रही है, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश आदि राज्यों में सरकारें जिस तरह गिराई जा रही हैं, ईडी, सीबीआई, आयकर, न्यायपालिका का जो दुरुपयोग हो रहा है, वह लोकतंत्र को कमजोर करने का बहुत खतरनाक खेल है।
गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी भाजपा
भारतीय जनता पार्टी राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ राज्य विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। भाजपा विधायक दल की बृहस्पतिवार को यहां हुई बैठक में यह फैसला किया गया। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। कटारिया ने कहा, ' हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। हमने अपने प्रस्ताव में उन सारे बिंदुओं को लिया है जो आज राजस्थान में ज्वलंत हैं।'
कांग्रेस में खींचतान और खेमेबंदी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, 'अब भी कोशिश की है पैंचिंग की। लेकिन एक पूरब जा रहा है तो एक पश्चिम जा रहा है। ऐसी गति में मुझे लगता है कि सरकार ज्यादा दिन तक जी नहीं सकेगी। भले ही इसका टांका लगाने की कोशिश की है लेकिन कपड़ा फट चुका है। आज नहीं तो कल कपड़ा फटेगा।'
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि विधायक दल की बैठक में भाजपा व घटक दल के 75 में से 74 विधायक मौजूद थे। पूनियां ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा,' हम लोग अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए पूरे तरीके से तैयार हैं। क्योंकि हो सकता है कि यह सरकार कल सिर गिना दे लेकिन मुझे लगता है कि जनता की नजरों में इस सरकार का जनमत गिर चुका है। इसका बहुत लंबा भविष्य नहीं है।' पूनियां ने कहा,' नैतिक रूप से यह सरकार हार चुकी है।'
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा, ' भाजपा विधायक दल सरकार के कुशासन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रख रहा है। यह इस सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव होगा। हम विधानसभा के नियम व प्रक्रियाओं के तहत सरकार की सारी विफलताओं को उजागर करने का प्रयास करेंगे।' भाजपा विधायक दल की बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री मुरलीधर राव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री वी सतीश जी भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा का सत्र शुक्रवार से शुरू होगा।
कुछ लोग भाजपा में फूट की खबरें फैला रहे हैं: वसुंधरा राजे
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बृहस्पतिवार को कहा कि कुछ लोग भाजपा में फूट की खबरें फैला रहे हैं लेकिन भाजपा एक परिवार है। यहां विधायक दल की बैठक के बाद राजे ने ट्वीट किया,'कुछ लोग भाजपा में फूट की खबरें फैला रहे हैं। उन्हें बता दूं कि भाजपा एक परिवार है, जिसको आगे बढ़ाने के लिए हम सभी एकजुट हैं, संकल्पित हैं।'
राजे ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया को याद करते हुए हुए एक और ट्वीट में लिखा, 'राजमाता जी ने मुझे सिखाया था कि जिस पार्टी की मैं कार्यकर्ता हूं उसके लिए राष्ट्र सर्वोपरि है और मैं उन्हीं के कदमों पर आगे बढ़ रही हूं।' उन्होंने बताया कि राजस्थान में शुक्रवार से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पूर्व आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित हुई विधायक दल की बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रदेश के मौजूदा हालातों पर चर्चा की तथा सत्र की तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श किया।