राजस्थान विधानसभा में अपनी ही सरकार के खिलाफ बयान देने के मामले में कैबिनेट से हटाए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जनता मेरे साथ रहेगी और मैं उनके लिए काम करूंगा। उन्होंने कहा कि चाहे अशोक गहलोत मुझे कैबिनेट से हटाएं या जेल भेजें, मैं जब तक जिंदा हूं, बोलता रहूंगा। राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि हमारे राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं पर अत्याचार में राजस्थान नंबर- 1 है। राज्य सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल रही है। मैं अशोक गहलोत से इस मुद्दे पर कुछ करने के लिए कहना चाहता था। राज्य में पुलिस भ्रष्ट है, वे लोगों से रिश्वत लेने में व्यस्त है।
राजस्थान कांग्रेस में सियासी हलचल तेज
इस बीच, राजेंद्र सिंह गुढ़ा को बर्खास्त करने के बाद कांग्रेस में सियासी हलचल तेज हो गई। कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर रंधावा से कांग्रेसी नेताओं का मिलने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस के सह-प्रभारी काजी निजामुद्दीन रंधावा से मिलने पहुंचे हैं। सह-प्रभारी अमृता धवन पहले से ही मौजूद हैं। सिविल लाइन में एक अपार्टमेंट में मुलाकात हो रही है। मंत्रिमंडल फेरबदल के भी कयास लगाए जा रहे हैं।
मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले की एक्सरसाइज
इन तमाम बड़े नेताओं की मीटिंग के दौर को मंत्रिमंडल फेरबदल विस्तार से पहले की एक्सरसाइज के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंद्र रंधावा और सह-प्रभारी काजी निजामुद्दीन, अमृता धवन, वीरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सकते हैं। सीएम अशोक गहलोत की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रभारी सुखजिंद्र रंधावा, पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा, सह प्रभारी काजी निजामुद्दीन, अमृता धवन, वीरेंद्र सिंह भी मौजूद हो सकते हैं।