राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बयान ने राजनीतिक हलचल तेज है। शुक्रवार के दिन विधानसभा सत्र के दौरान गुढ़ा ने मणिपुर मामले पर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने इस दौरान कहा कि हमें मणिपुर के बजाय अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा के मामले में हम असफल हो गए। इसपर सदन में मौजूद विपक्षी नेताओं ने खूब समर्थन किया। इस बयान के बाद सीएम अशोक गहलोत ने 6 घंटे भीतर ही गुढ़ा को मंत्रिमंडल से हटा दिया। सीएम की इस सिफारिश को राज्यपाल ने भी मंजूर कर लिया है।
राजस्थान मंत्रिमंडल में होगा बदलाव?
हालांकि जब से राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त किया गया है उसके बाद से कांग्रेस में सियासी हलचल तेज हो गई है। दरअसल कांग्रेस नेता प्रभारी सुखजिंदर रंधावा से लगातार मिल रहे हैं। कांग्रेस के सह प्रभारी काजी निजामुद्दीन भी रंधावा से मिलने के लिए पहुंचे थे। बता दें कि यह मुलाकात सिविल लाइन में स्थित एक अपार्टमेंट में हो रही है। ऐसे में अब संभावना जताई जा रही है कि मंत्रिमंडल में फेरबदल देखने को मिल सकता है। यह मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले एक एक्सरसाइज के तरह देखा जा रहा है।
कौन हैं राजेंद्र गुढ़ा?
इस मीटिंग के बाद कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, काजी निजामुद्दीन, अमृता धवन, वीरेंद्र सिंह सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात कर सकते हैं। सीएम अशोक गहलोत की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इन चारों नेताओं के अलावा गोविंद सिंह डोटासरा के भी मौजूद रहने की संभावना है। बता दें कि गुढ़ा को कुछ वक्त पहले तक अशोक गहलोत का कट्टर समर्थक माना जा रहा था। लेकिन डेढ़ साल पहले वो सचिन पायलट के खेमे में आ गएं और गहलोत से उनकी दूरियां बढ़ गई। गुढ़ा लागातर पायलट के साथ मंच साझा करते दिखते हैं।