महिला ने लगाई फांसी, परिजनों का आरोप- एंबुलेंस का दरवाजा जाम होने से गई जान
राजस्थान के भीलवाड़ा में एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। परिजनों का आरोप है कि एंबुलेंस का दरवाजा जाम होने से उसकी जान चली गई।

राजस्थान के भीलवाड़ा शहर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास करने वाली महिला के परिजनों ने आरोप लगाया है कि एंबुलेंस का दरवाजा कथित तौर पर जाम होने के कारण महिला को समय से बाहर नहीं निकाला जा सका और इस कारण उसकी मौत हो गई है। इस घटना के सामने आने के बाद हर कोई हैरान है। वहीं, एक अधिकारी ने बताया है कि इस मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया है कि 45 साल की एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। इसके बाद महिला को जिला अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, कथित तौर पर एंबुलेंस का दरवाजा जाम हो गया। इसके बाद महिला को एंबुलेंस का शीशा तोड़कर बाहर निकाला गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने क्या कहा?
मृतक महिला के परिजनों ने आरोप लगाया है कि एंबुलेंस का दरवाजा जाम होने के कारण वहां पर कीमती समय बर्बाद हो गया। परिजनों का आरोप है कि गेट जाम होने के कारण महिला 15 मिनट तक एंबुलेंस के अंदर ही फंसी रह गई। बता दें कि जिला कलेक्टर ने इस मामले का संज्ञान लिया है और सहायक कलेक्टर को इसकी जांच सौंपी है।
जांच के लिए समिति का गठन
भीलवाड़ा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने भी इस पूरी घटना को लेकर एक समिति का गठन किया है। समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। ये समिति एंबुलेंस का रिकॉर्ड, उसके अस्पताल पहुंचने का विवरण, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य खामियों की जांच करेगी। वहीं, दूसरी ओर एंबुलेंस का परिचालन करने वाली फर्म ने इस बात से साफ इनकार कर दिया है कि महिला की मौत एंबुलेंस का दरवाजा जाम होने की वजह से हुई है। (इनपुट: भाषा)
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