जयपुर: राजस्थान में बुधवार को कोराना वायरस संक्रमण के 16,815 नये मामले सामने आये जबकि संक्रमण से 155 और मरीजों की मौत हो गयी। राज्य में अभी 1,96,683 कोरोना संक्रमित मरीज उपचाराधीन है। राज्य में इस घातक वायरस से अब तक कुल 5,021 लोगों की जान जा चुकी है। चिकित्सा विभाग ने इसकी जानकारी दी । चिकित्सा विभाग के आंकडों के अनुसार राज्य में बीते चौबीस घंटे में 16,815 और संक्रमित मिले है। इसमें जयपुर में 3301, उदयपुर में 1452, जोधपुर में 1401, अलवर में 901, गंगानगर में 836, कोटा में 678, बीकानेर में 609, हनुमानगढ में 602, सीकर में 561, चूरू में 529 नये रोगी शामिल है। इसके अनुसार बीते चौबीस घंटे में राज्य में इस दोरान 17,022 और मरीज ठीक हुए है।
इस बीच चिकित्सा मंत्री डा रघु शर्मा ने कहा कि 18 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकाकरण अभी कुछ जिलों तक सीमित रखा गया है और पर्याप्त मात्रा में टीके मिलते ही इसे पूरे राज्य में चलाया जाएगा। मंत्री ने कहा, ‘‘राज्य में 18 से 44 वर्ष के लगभग 3.25 करोड़ लोग हैं। ऐसे में दोनों खुराक और वेस्टेज मिलाकर करीब सात करोड़ खुराक राज्य को चाहिए। हमें पर्याप्त मात्रा में डोज नहीं मिल रहे। यही वजह रही जिस कारण टीकाकरण को कुछ जिलों तक ही सीमित रखना पड़ा है। केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में डोज मिलते ही संपूर्ण राज्य में टीकाकरण का कार्य व्यापक तौर पर चलाया जाएगा।"
शर्मा ने कहा कि राज्य में चल रहे रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा के दौरान आमजन द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल की कड़ाई से पालना व सरकार द्वारा की जाने वाले सख्ती का नतीजा यह है कि पिछले दो दिनों से संक्रमितों की तादाद में थोड़ी गिरावट दिखने लगी है। उन्होंने कहा कि यदि आमजन स्व प्रेरणा से पूर्ण अनुशासित हों, बेवजह घरों से बाहर न निकलें और सहयोग करें तो संक्रमण की चेन तोड़ना बेहद आसान हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि संक्रमितों की संख्या में हालांकि बढ़ोतरी हो रही है लेकिन सुकून की बात यह भी है कि प्रतिदिन 12-15 हजार लोग पॉजिटिव से निगेटिव भी होकर घर जा रहे हैं। मृत्यु दर भी 0.7 से 1 प्रतिशत है, जो कि नियंत्रित है व अन्य राज्यों के मुकाबले कहीं कम है। उन्होंने कहा कि राज्य में संक्रमण से प्रतिदिन हो रहीं मौतें हालांकि चिंतनीय है लेकिन इसे केवल अनुशासन से ही रोका जा सकता है।
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