Rajasthan Politics: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मंगलवार को बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने सिर्फ भावनात्मक मुद्दों को हवा दी है और उनके तमाम वादे धराशायी हो गए हैं। पायलट ने कहा, "केंद्र सरकार के आठ साल के शासन के बाद अब जनता समझ गई है कि बीजेपी ने सिर्फ भावनात्मक मुद्दों को हवा दी है। तमाम उनके वादे धराशायी हो गए हैं।"
उन्होंने कहा, "धरातल पर काम हुआ ही नहीं। आज किसान की कमर टूटी है, मध्यम वर्ग बहुत विचलित है, क्योंकि कमाई कम हो रही है, उद्योग लग नहीं रहे।" टोंक में मीडिया से बातचीत में पायलट ने कहा, "ना तो काला धन खत्म कर पाए, ना भ्रष्टाचार को खत्म कर पाए हैं। तमाम उनके वादे धराशायी हो गए हैं।"
'जो हमने घोषणा पत्र में वादे किए, अधिकांश पर काम किया है'
उन्होंने कहा कि जो हमने घोषणा पत्र में वादे किए थे, अधिकांश पर हमलोगों ने काम किया है, पूरे भी किए हैं, जो कुछ प्रतिशत बचा हुआ है उसको अगले एक साल में पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने जिस रास्ते का फैसला किया था, वो क्षेत्र का विकास और स्थानीय विकास पहली प्राथमिकता है, सिर्फ जज्बाती मुद्दे उठाकर राजनीति करना हमारी परिपाटी नहीं है।
उन्होंने कहा कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी, तो देश में मनरेगा, शिक्षा का अधिकार, सूचना का अधिकार, खाद्य सुरक्षा का अधिकार हमलोग लेकर आए और कांग्रेस सरकारों से बेहतर बीमा योजनाएं कहीं बनी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमलोगों का चौतरफा विकास का जो एजेंडा है, उस पर काम करते हैं, लेकिन अब जो हालात देश में बने हैं, महंगाई सबसे ऊंची दर पर है।
'बेरोजगारी का ऐतिहासिक आंकड़ा हमारे देश में लोग पार कर चुके हैं'
पायलट ने कहा, "संसद में वित्त मंत्री का भाषण सच्चाई से परे था, आज पेट्रोल, डीजल, गैस, खाद्य पदार्थ के दाम आसमान पर हैं और महंगाई आसमान छू रही है। बेरोजगारी का ऐतिहासिक आंकड़ा हमारे देश में लोग पार कर चुके हैं। नौजवानों को जो उम्मीदें केंद्र सरकार और बीजेपी से थी उसको वह पूरा नहीं कर पाए हैं।" उन्होंने कहा, "केंद्र में बैठे लोग समझते हैं कि सिर्फ जब चुनाव आएंगे, तब हमलोग ऐसे मुद्दों को हवा दें, चाहे वह धर्म के हों, जाति के हों। आपस में टकराव पैदा करे और इस पर चुनाव जीत जाएं, लेकिन जनता विकास चाहती है।"
कांग्रेस नेता ने कहा कि राजस्थान में बीजेपी के अंदर जो आपसी कलह है उसका कोई विकल्प नहीं है। बीजेपी नेता विपक्ष की भूमिका निभाने की बजाय कोई रास्ता ढूंढ़ने में लगे हुए हैं, जिससे आसानी से सत्ता में आ जाएं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता विपक्ष का एक जो जिम्मेदारी निभाने का एक काम होता है, उसको भी पूरी तरह से पूरा नहीं कर पा रही है।