राजस्थान में जारी सियासी सियासी संकट के बीच फोन टैपिंग मामले में विधायकों से पूछताछ के लिए राजस्थान एसओजी की टीम रविवार रात मानेसर पहुंची। यहां पर विधायकों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद एसओजी टीम बयान लेने के लिए पहुंची थी। लेकिन विधायकों की गैरमौजूदगी के चलते टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। इस बीच राजस्था पुलिस ने हरियाणा पुलिस पर असहयोग का आरोप लगाया है। एसओजी ने आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस ने उन्हें रिसॉर्ट जाने से रोका था।
बता दें कि फोन टैपिंग कांड में पूछताछ के लिए एसओजी की टीम दिल्ली आई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार मानेसर जाने से पहले राजस्थान सरकार ने हरियाणा सरकार को पत्र लिखा था। यह पत्र एसीएस गृह हरियाणा को लिखा गया था। लेकिन फिर भी आरोप है कि हरियाणा पुलिस ने SOG टीम को आगे जाने से रोक दिया था। पुलिस को खबर थी कि इसमें सचिन पायलट के कुछ समर्थक विधायक मौजूद हैं। हालांकि पुलिस को अंदर नहीं जा पाई और कुछ देर बाद राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप की टीम वापस लौट गई।
एसओजी की एक टीम विधायक भंवरलाल शर्मा से पूछताछ के लिए फिर मानेसर पहुंची थी। उनका नाम लीक हुए टेप में सामने आया था। तीन दिन में यह दूसरा मौका था जब राजस्थान पुलिस ने विधायकों के लिए हरियाणा पहुंची थी। शुक्रवार शाम को उन्हें एक होटल से खाली हाथ जाना पड़ा था। जानकारी के अनुसार रविवार को हरियाणा पुलिस भी वहां मौजूद थी लेकिन उन्होंने राजस्थान पुलिस की कार्यवाही में दखल नहीं दी।