जयपुर. राजस्थान की सियासत में फोन टैंपिंग के आरोपों के बाद नया हड़कंप मचा है। मुख्यमंत्री गहलोत की सरकार पर बेहद गंभीर सवाल उठे हैं। पायलट गुट के विधायक के वेद प्रकाश सोलंकी ने दावा किया है कि कई विधायकों के फोन टैप किए जा रहे हैं और उन्हें ट्रैप में फंसाने की कोशिश हो रही है। वेद प्रकाश सोलंकी के मुताबिक, खुद विधायकों ने उन्हें फोन टैप किए जाने की बात बताई है और इसका खुलासा एक ऐप के जरिए हुआ है।
आपको बता दें कि राजस्थान की सियासत में ये खेल पुराना है, बस सीएम गहलोत और सचिन पायलट के बीच की तकरार का ये अध्याय नया है। वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा, "मुझे नहीं पता कि मेरा फोन टेप किया जा रहा है या नहीं। लेकिन कई विधायकों ने कहा है कि मोबाइल फोन टेप किए जा रहे हैं।कई अधिकारियों ने उन्हें (विधायकों को) भी बताया कि ऐसा लगता है कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। इसकी जानकारी विधायकों ने सीएम को भी दी है।"
विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के सनसनीखेज़ दावे के बाद बीजेपी ने भी गहलोत पर अटैक किया है। राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि राजस्थान में अघोषित आपातकाल लगा है। सतीश पूनिया ने कहा, "एक साल पहले भी थे ऐसे ही हालात थे, तब डिप्टी सीएम को बर्खास्त किया गया था। अगर किसी विधायक को इस पर शक होता है, तो लगता है कि राज्य में अघोषित आपातकाल लगा हुआ है। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री इसके लिए जिम्मेदार हैं। कांग्रेस का आंतरिक संघर्ष मध्यावधि चुनाव का संकेत देता है।"