Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने गायों में लम्पी चर्म रोग से निपटने के लिए अपनी ही पार्टी की सरकार के फैसले पर रविवार को सवाल उठाए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में शर्मा ने कहा कि अजमेर से पशु चिकित्सा कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर जोधपुर स्थानांतरित किया गया, जिससे गलत संदेश गया है। रघु शर्मा अजमेर के केकडी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक हैं जबकि जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृहनगर है। शर्मा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) द्वारा पिछले साल अक्टूबर में गुजरात के प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया था और एक महीने बाद मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले उन्होंने नवंबर में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में इस्तीफा दे दिया था।
पशुपालन विभाग के कर्मचारी कहां गए?
वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया से बातचीत में शर्मा ने कहा, ‘‘मेरे क्षेत्र से पशुपालन विभाग के सारे कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर दूसरी जगह भेज दिया गया। मेरे यहां लोग परेशान हैं। यहां कोई उपचार करने वाला नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पशुपालन विभाग के कर्मचारियों को दूसरी जगह भेजने से यहां लोगों को परेशानी हो रही है। कर्मचारियों के नहीं होने से गायें मर रही हैं। अब आपको भी मालूम है कर्मचारी कहां भेजे गए हैं। सभी कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर जोधपुर भेज दिया गया है।’’
पशुपालन मंत्री कटारिया ने दिया आश्वासन
मंत्री कटारिया ने शर्मा को बीच में रोका तो उन्होंने कहा, ‘‘आप मेरी बात सुनें कटारिया जी। सभी (कर्मचारियों) को जोधपुर भेज दिया है। इससे यहां गलत संदेश गया कि यहां गायें मर रही हैं और सभी कर्मचारियों को यहां से जोधपुर में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है।’’ पशुपालन मंत्री कटारिया ने शर्मा को आश्वासन दिया कि जो कर्मचारी प्रतिनियुक्ति पर भेजे गए हैं, वे वापस अजमेर में कार्यभार ग्रहण करेंगे।