Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग क्षेत्र में चल रहे साधु-संतों का आंदोलन हर दिन नया मोड़ा ले रहा है। खनन के विरोध में साधुओं के आंदोलन के बीच एक साधु ने बुधवार को आत्मदाह की कोशिश की। पहाड़ी इलाकों में अवैध खनन, वनों की कटाई और ओवरलोडिंग के विरोध में साधुओं के आंदोलन में मंगलवार को संत नारायण दास के टावर पर चढ़ने के बाद आज एक साधु विजय दत्त ने ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आत्मदाह करने की कोशिश की।
घायल साधु को अस्पताल में भर्ती करवाया गया
पुलिस के मुताबिक, घटना डीग की है और घायल साधु को भरतपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। खो क्षेत्र के थानाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि धरना स्थल से दूर खड़े एक साधु विजय दत्त ने बुधवार को अचानक ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर खुद को आग लगा दी। पुलिस वाले उसे बचाने दौड़े और आग बुझाकर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। विनोद कुमार के मुताबिक, साधु की हालत स्थिर है।
खनन पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर धरना
इस बीच, खनन रोकने की मांग को लेकर मोबाइल टावर पर चढ़े साधु नारायण दास बुधवार को नीचे उतर आए हैं। थानाधिकारी ने बताया कि साधु नारायण दास इलाके में खनन पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों से डीग में धरना दे रहे थे, उनके साथ कुछ और संत भी धरने पर थे।
उन्होंने बताया कि साधु नारायण दास अपनी मांगों को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए मंगलवार सुबह मोबाइल टावर पर चढ़ गए थे। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और आंदोलनकारी साधुओं से बातचीत चल रही है।