Rajasthan News: कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को आदिवासियों का ‘प्रयाग’ कहे जाने वाले बेणेश्वर धाम में ‘हाई लेवल’ पुल का शिलान्यास किया। शिलान्यास के दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने प्रतिकृति के माध्यम से गांधी और मुख्यमंत्री गहलोत को पुल के बारे में बताया। एक सरकारी बयान के अनुसार साबला से बांसवाड़ा की तरफ इस पुल की लंबाई 1,345 मीटर व भटवाड़ा से बेणेश्वर की तरफ पुल की लंबाई 386.50 मीटर होगी। यह पुल नदी की सतह से 18.50 मीटर की उंचाई पर 36 पिलर पर बनेगा तथा इसकी चौड़ाई 16 मीटर होगी। बयान के मुताबिक पुल में सड़क के साथ क्रैशबैरियर, पैदलयात्रियों के लिए फुटपाथ तथा रैलिंग भी बनाए जाएंगे।
लाखों आदिवासियों की आस्था का केंद्र बेणेश्वर धाम
उल्लेखनीय है कि माही, जाखम और सोम नदियों के संगम पर स्थित बेणेश्वर धाम धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध पांच दिवसीय मेले के लिए जाना जाता है। मानसून में धाम को जाने वाली सड़के जलस्तर बढ़ने के कारण डूब जाती हैं, जिससे धाम एक टापू में तब्दील हो जाता है। इस वजह से श्रद्धालु नाव से ही धाम जा पाते है और कई श्रद्धालु धाम में ही फंस जाते हैं। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2021-22 के बजट भाषण में इस पुल के निर्माण की घोषणा की थी। करीब 132.35 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस हाईलेवल पुल के द्वारा श्रद्धालु डूंगरपुर-बांसवाड़ा सड़क से सीधे बेणेश्वर धाम पहुंच पाएंगे और वर्षभर आवागमन संभव हो पाएगा।
राहुल, गहलोत ने किए मंदिरों के दर्शन
शिलान्यास कार्यक्रम से पहले राहुल गांधी और अशोक गहलोत ने बेणेश्वर धाम परिसर में स्थित वाल्मीकि मंदिर, बेणेश्वर शिवालय, राधा कृष्ण मंदिर और ब्रह्मा मंदिर में दर्शन किए व बेणेश्वर पीठाधीश्वर गोस्वामी महंत अच्युतानंद महाराज से मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने पूजा अर्चना कर देश की खुशहाली की कामना की।