राजस्थान के निगम चुनावों में कांग्रेस फायदे में, भाजपा को दो निगमों में बहुमत
राज्य के नवगठित नगर जयपुर हैरिटेज, जयपुर ग्रेटर, जोधपुर उत्तर, जोधपुर दक्षिण, कोटा उत्तर और कोटा दक्षिण के 560 वार्डों के लिए पड़े वोटों की गिनती मंगलवार को हुई। पहले इन शहरों में तीनों निगमों में भाजपा के बोर्ड थे।
जयपुर. राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने राजधानी जयपुर, जोधपुर व कोटा के छह नगर निगमों के चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए दो निगमों में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। कांग्रेस का दावा है कि वह समान विचारधारा वाले निर्दलीय सदस्यों की मदद से चार निगमों में अपने बोर्ड बनाएगी, वहीं भाजपा भी दो नगर निगमों में बहुमत के साथ अपने बोर्ड बनाने में सफल रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन चुनावों के नतीजों को सुखद बताया है। वहीं भाजपा के अनुसार इन परिणामों से कांग्रेस के लिए खुश होने की वजह नहीं और भाजपा के लिए मायूस होने का कारण नहीं है।
राज्य के नवगठित नगर जयपुर हैरिटेज, जयपुर ग्रेटर, जोधपुर उत्तर, जोधपुर दक्षिण, कोटा उत्तर और कोटा दक्षिण के 560 वार्डों के लिए पड़े वोटों की गिनती मंगलवार को हुई। पहले इन शहरों में तीनों निगमों में भाजपा के बोर्ड थे। मौजूदा कांग्रेस सरकार ने इन शहरों में दो-दो निगम बना दिए और उसके बाद ये पहले चुनाव थे जिनमें कांग्रेस को जोधपुर उत्तर व कोटा उत्तर नगर निगम में स्पष्ट बहुमत मिला है। जोधपुर उत्तर में कुल 80 सीटों में से कांग्रेस को 53, भाजपा को 19 व निर्दलीय उम्मीदवारों को आठ वार्ड में जीत मिली। वहीं कोटा उत्तर के कुल 70 वार्ड में से 47 में कांग्रेस, 14 में भाजपा व नौ में निर्दलीय उम्मीदवार जीते।
भाजपा जयपुर ग्रेटर और जोधपुर-दक्षिण नगर निगम में बहुमत हासिल कर पाई हैं। जयपुर ग्रेटर के 150 वार्ड में से भाजपा 88 में, कांग्रेस 49 में तथा निर्दलीय 13 में जीते हैं। जोधपुर दक्षिण नगर निगम की बात की जाए तो कुल 80 सीट में से 43 भाजपा को मिली हैं जबकि कांग्रेस को 29 व निर्दलीय उम्मीदवारों को आठ सीट मिली हैं। कोटा दक्षिण तथा जयपुर हेरिटेज में महापौर किसका बनेगा यह फैसला निर्दलीय सदस्यों के रुख पर निर्भर करेगा। कोटा दक्षिण नगर निगम की 80 सीटों में से कांग्रेस व भाजपा के खाते में 36-36 सीटें आई हैं जबकि आठ सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे हैं।
इसी तरह जयपुर हेरीटेज नगर निगम की कुल 100 सीटों में से कांग्रेस के 47 पार्षद व भाजपा के 42 पार्षद बने हैं। यहां 11 वार्ड में निर्दलीय जीते हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने परिणाम आने के बाद दावा किया कि कांग्रेस छह में से चार निगमों में अपने बोर्ड बना रही है। उन्होंने कहा,‘‘आमतौर पर इन शहरों के निगमों में कांग्रेस के बोर्ड नहीं बनते हैं पिछली बार भी नहीं थे लेकिन इस बार पार्टी छह में से चार में बोर्ड बना रही है।’’
उन्होंने कहा,‘‘हम लोग जयपुर हेरिटेज में बहुमत के साथ बोर्ड बना रहे हैं क्योंकि यहां जो 11 निर्दलीय जीते हैं वे हमारी पार्टी के विचारधारा के हैं वे सारे हमारे पास आ चुके हैं। वहीं जोधपुर उत्तर में हमने बड़े अंतर के साथ जीत दर्ज की है। कोटा उत्तर में बहुत बड़ा अंतर कांग्रेस व भाजपा में रहा। कोटा दक्षिण में भी जीते गए निर्दलीय भाजपा की विचारधारा से सहमत नहीं, वे हमारे संपर्क में हैं। कोटा में हम दोनों निगमों में बोर्ड बनाएंगे। जोधपुर व जयपुर व एक एक जगह तो फाइनल है ही।’’
इस तरह से भाजपा जोधपुर दक्षिण व जयपुर ग्रेटर में अपने बोर्ड बहुमत के साथ बनाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार इन तीन शहरों में नवगठित छह नगर निगमों में कुल 560 वार्ड पार्षद के लिए चुनाव हुआ था। इसमें कांग्रेस के कुल 261 व भाजपा के 242 पार्षद चुने गए हैं। इसके साथ ही 57 वार्डों में निर्देलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी है। मुख्यमंत्री गहलोत ने निगम चुनाव के परिणामों को सुखद बताया। उन्होंने ट्वीट किया,‘‘जयपुर, जोधपुर और कोटा नगर निगम चुनाव के नतीजे सुखद हैं। तीनों निगमों में हुए कुल मतदान में से कांग्रेस पार्टी को 40.09 प्रतिशत वोट मिले हैं जोकि भाजपा से लगभग 2.5 प्रतिशत अधिक हैं।’’
वहीं भाजपा ने सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए कहा कि इन परिणाम से कांग्रेस का ‘‘झूठ-पाखण्ड और कुशासन’’ सामने आया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने एक बयान में कहा,‘‘चुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए खुश होने की वजह नहीं और भाजपा के लिए मायूस होने का कारण नहीं है।' (भाषा)