Rajasthan Cabinet Reshuffle: राजस्थान में मंत्रियों को मिले मंत्रालय, जानें- किसे क्या जिम्मेदारी दी गई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह, वित्त और आईटी एवं संचार सहित कई अन्य विभाग अपने पास रखे हैं।
Highlights
- गहलोत ने अपने पास गृह, वित्त और आईटी एवं संचार विभाग रखे
- शांति धारीवाल को शहरी विकास और आवास, कानून तथा संसदीय कार्य मंत्रालय मिले
- विभागों का आवंटन आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया
जयपुर: राजस्थान सरकार की कैबिनेट का रविवार को विस्तार हुआ और सोमवार को मंत्रियों को विभागों का आवंटन कर दिया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह, वित्त और आईटी एवं संचार सहित कई अन्य विभाग अपने पास रखे हैं। इसके अलावा डॉ बीडी कल्ला को शिक्षा (प्राथमिक और माध्यमिक), संस्कृत शिक्षा और कला, साहित्य, संस्कृति एंव एएसआई विभाग दिए गए हैं। वहीं, शांति धारीवाल को शहरी विकास और आवास, कानून और संसदीय कार्य मंत्रालय दिया गया है। इनके अलावा और किसे क्या-क्या मंत्रालय मिले हैं, नीचे लिस्ट में जानिए-
गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि मंत्रिपरिषद के नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया था कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राज्य में फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी। रविवार को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी आज से ही शुरू हो गई है। उसी अनुरूप नए मंत्रियों को विभागों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।’’
गहलोत ने कहा था, ‘‘अगली बार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी। हम जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे और अगली बार सरकार बनाने में कामयाब होंगे।’’ राजस्थान में गहलोत के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में बहुप्रतीक्षित फेरबदल रविवार को पूरा हुआ। 15 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। जिन 15 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है, उनमें से 11 विधायकों ने कैबिनेट और चार विधायकों ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली है।
राज्य की कांग्रेस सरकार अगले महीने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे करने जा रही है और मंत्रिमंडल में यह पहला फेरबदल है जिसे पार्टी आलाकमान द्वारा क्षेत्रीय व जातीय संतुलन के साथ-साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे को साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
राज्यपाल मिश्र ने विधायक हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद राम मेघवाल और शकुंतला रावत को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं, जाहिदा खान, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढ़ा और मुरारीलाल मीणा को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई।
उल्लेखनीय है कि नये मंत्रियों में ममता भूपेश, भजनलाल जाटव और टीकाराम जूली को राज्यमंत्री से पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। इस सूची में हेमाराम चौधरी, मुरारीलाल मीणा और बृजेंद्र ओला सहित पांच विधायकों को पायलट खेमे का माना जाता है।
इसके अलावा पिछले साल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावती रुख अपनाए जाने के समय पायलट के साथ-साथ पद से हटाए गए विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से कांग्रेस में आए छह विधायकों में से राजेंद्र गुढ़ा को भी मंत्री बनाया गया है।
इस पुनर्गठन में कैबिनेट मंत्री रघु शर्मा, हरीश चौधरी और राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को हटाया गया है। इन तीनों मंत्रियों ने संगठन में काम करने की मंशा से अपने इस्तीफे पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिए थे। डोटासरा इस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं तो डॉ शर्मा को पार्टी ने हाल ही में गुजरात मामलों का और हरीश चौधरी को पंजाब का प्रभारी नियुक्त किया है।