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राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के 30 नए मामले, अब सिर्फ 268 एक्टिव केस

चिकित्सा विभाग की ओर से बुधवार शाम जारी आंकड़ों के अनुसार बीते चौबीस घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 30 नए मामले सामने आए हैं जिनमें जयपुर में 10 और उदयपुर में नौ नए मामले सामने आए हैं।

Rajasthan logs 30 fresh Covid cases, no new death- India TV Hindi Image Source : PTI राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के बुधवार को 30 नए ममाले सामने आए।

जयपुर: राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के बुधवार को 30 नए ममाले सामने आए। चिकित्सा विभाग की ओर से बुधवार शाम जारी आंकड़ों के अनुसार बीते चौबीस घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 30 नए मामले सामने आए हैं जिनमें जयपुर में 10 और उदयपुर में नौ नए मामले सामने आए हैं। आंकड़ों के अनुसार इस घातक संक्रमण से राज्य में अब तक 8,953 लोगों की मौत हो चुकी है। अब राज्य में 268 उपचाराधीन हैं मरीज हैं। 

इस बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा 14 जून से छह जुलाई के बीच किया गया एक सीरो सर्वे सामने आया है जिसके अनुसार सर्वेक्षित जनसंख्या में ‘सीरोप्रीवैलेंस’ राजस्थान में 76.2 प्रतिशत, बिहार में 75.9 प्रतिशत, गुजरात में 75.3 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 74.6 प्रतिशत, उत्तराखंड में 73.1 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 71 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 70.2 प्रतिशत, कर्नाटक में 69.8 प्रतिशत, तमिलनाडु में 69.2 प्रतिशत और ओडिशा में 68.1 प्रतिशत पाई गई। 

निष्कर्षों का उल्लेख करते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे आईसीएमआर के परामर्श से स्वयं के सीरो अध्ययनों का संचालन करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ये अध्ययन एक मानकीकृत प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। भारत के 70 जिलों में आईसीएमआर द्वारा किए गए राष्ट्रीय सीरो सर्वे के चौथे दौर के निष्कर्षों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को साझा किया। 

वहीं, झालावाड़ जिले के इंजीनियर में स्नातक करने वाले एक युवक ने घड़ी की तरह कलाई पर बांधा जा सकने वाला 'हैंड सैनेटाइज़र' बनाने का दावा किया है। इसका नाम ‘को रक्षक’ रखा है। पच्चीस वर्षीय एजाज़ शेख की मां स्वास्थ्य कर्मी हैं और उन्हें यह चिंता लगी रहती थी कि कहीं उनकी मां कोरोना वायरस से संक्रमित न हो जाएं और इसी वजह से उन्होंने यह उपकरण बनाया है जो हमेशा कलाई पर बंधा रहेगा और जिसे एक बार खाली होने के बाद फिर से भरा जा सकता है। 

झालावाड़ के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी साजिद खान ने कहा कि उनके विभाग ने इस उपकरण की 600 इकाइयां खरीदीं हैं और सरकारी केंद्रों पर नर्सों ने इसका इस्तेमाल करना शरू कर दिया है। कलाई पर बांधने वाले इस बैंड में 15 एमएल तक सेनेटाइजर भरा जा सकता है। यह दो इंच चौड़ा और एक इंच लंबा है। 

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