A
Hindi News राजस्थान पाकिस्तान से जान बचाकर आए हिंदुओं के घरों पर राजस्थान सरकार ने चलाया बुलडोजर, पीड़ित बोले- हम वहां भी बर्बाद थे, यहां भी बर्बाद हैं

पाकिस्तान से जान बचाकर आए हिंदुओं के घरों पर राजस्थान सरकार ने चलाया बुलडोजर, पीड़ित बोले- हम वहां भी बर्बाद थे, यहां भी बर्बाद हैं

जोधपुर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का गृह जिला है जहां विस्थापित हिंदुओं के 70 आशियानों पर बुलडोजर चला है। वहीं, अपना घर टूटता हुआ देख महिलाएं रोने लगी, बच्चे चीखने चिल्लाने लगे।

घर टूटते हुए देख रोने...- India TV Hindi Image Source : SOCIAL MEDIA घर टूटते हुए देख रोने लगी महिलाएं

जोधपुर: यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ माफियाओं पर बुलडोजर चला रहे हैं और बाहुबलियों को मिट्टी में मिला रहे हैं लेकिन राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार हिंदुओं को ही बेघर करने पर तुली है। पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के आशियानों पर अशोक गहलोत सरकार का बुलडोजर चला है। पूरी की पूरी बस्ती को उजाड़ दिया गया है। जो हिंदू पाकिस्तान से बर्बाद होकर हिंदुस्तान आए अब उनका कहना है कि गहलोत ने उन्हें यहां भी बर्बाद कर दिया। पीड़ित बोले, हम वहां भी बर्बाद थे और यहां भी बर्बाद हैं।

जोधपुर विकास प्राधिकरण का कहना है कि बुलडोजर अतिक्रमण पर चला है, इसका हिंदू और मुसलमान से कोई नाता नहीं है। लेकिन बीजेपी और हिंदू शरणार्थी जो आरोप लगा रहे हैं वो हैरान कर देने वाले हैं। जिस जगह बुलडोजर चला, घर जमींदोज किए गए वहां अतिक्रमण केवल हिंदुओं का नहीं बल्कि मुसलमानों का भी था लेकिन घर केवल हिंदुओं के तोड़े गए।

घर टूटते हुए देख रोने लगी महिलाएं
हिंदुस्तान में अतिथि को भगवान माना जाता है लेकिन राजस्थान में उस अतिथि का क्या हश्र होता है ये तस्वीर उसका जीता जागता उदाहरण है। बता दें कि जोधपुर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का गृह जिला है जहां विस्थापित हिंदुओं के 70 आशियानों पर बुलडोजर चला है। वहीं, अपना घर टूटता हुआ देख महिलाएं रोने लगी, बच्चे चीखने चिल्लाने लगे। जोधपुर विकास प्राधिकरण (JDA) का कहना है ये सब अतिक्रमण था। जहां मकान थे वो राजीव गांधी आवासीय योजना खसरा नंबर 61 है और कार्रवाई हिंदुओं पर नहीं बल्कि अतिक्रमण पर की गई है।

Image Source : social mediaपाकिस्तान से आए हिंदुओं की क्या दशा है, इस तस्वीर को ही देख लीजिए

उनका कहना है कि हमने कोई आवास ध्वस्त नहीं किए हैं जिन भी लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है उनको धारा 67 के तहत नोटिस दिया गया था। उनको समय दिया गया और उसके बाद ये कार्रवाई की गई। अगर जेडीए की जमीन पर कोई भी अवैध रूप से अतिक्रमण करेगा तो जेडीए की जिम्मेदारी है कि ऐसे अतिक्रमण को हटाया जाए वही कार्रवाई जेडीए ने की है। JDA ने जिस नोटिस की बात की अब उसकी सच्चाई भी JDA के अधिकारी ने ही बयां भी की। जिन 70 आशियानों पर बुलडोजर चला उन्हें व्यक्तिगत तौर पर कोई नोटिस नहीं दिया गया। ये सवाल जब बुलडोजर लेकर आए अफसरों से हुआ तो जवाब आया कि नोटिस व्यक्तिगत नहीं बल्कि सार्वजनिक था। जमीन प्राधिकरण की थी इसलिए एक्शन हुआ।

अतिक्रमण हटाया.. धर्म देखकर घर गिराया?
मतलब एक सार्वजनिक नोटिस जारी हुआ और 70 परिवारों को घर से बेघर कर दिया गया। वो आशियाने जो यहां 5 साल से मौजूद थे 70 हजार से 2 लाख रुपये देकर खरीदे गए थे जिन्हें विस्थापितों ने मेहनत करके बनाया था। मतलब पाकिस्तान से लुट-पिट कर आए इन हिंदू शरणार्थियों को गहलोत के राज में बिचौलियों ने लूटा। जमीन के बदले उनसे लाखों की वसूली की और फिर जैसे तैसे मेहनत मजदूरी करके इन लोगों ने आशियाना बनाया तो उसे भी अवैध बताकर जोधपुर विकास प्राधिकरण ने जमींदोज कर दिया।

Image Source : social mediaहिंदू शरणार्थियों के घरों पर बुलडोजर चला

किस हाल में हैं पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी?
गहलोत की सरकार में पाकिस्तान से आए हिंदुओं की क्या दशा है इसे समझने के लिए सीएम के गृह जिले जोधपुर की इस दूसरी तस्वीर को ही देख लीजिए। ये जोधपुर के मंडोर इलाके का आंगना गांव है जिसमें 500 से ज्यादा हिंदू रहते हैं लेकिन सीएम के जिले में इन हिंदुओं के लिए ना बिजली है, ना पानी है और ना सड़क है। इनके बच्चे भी लालटेन की रोशनी या सौर ऊर्जा वाली लाइट के उजाले में पढ़ते हैं। राजस्थान में शरणार्थी हिंदुओं का ये हाल गहलोत सरकार के लिए वाकई शर्म की बात है।

बुलडोजर केवल हिंदुओं के घरों पर क्यों चला?
राजस्थान बीजेपी भी इसे लेकर हमलावर है। बीजेपी के जिलाध्यक्ष और जोधपुर के पूर्व डिप्टी मेयर देवेंद्र सलेचा ने बताया कि इस जमीन पर हिंदु और मुस्लिम दोनों समुदायों के अवैध कब्जे हैं लेकिन बुलडोजर केवल हिंदुओं पर चला। क्योंकि पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हिंदु अशोक गहलोत के लिए वोट बैंक नहीं हैं।