राजस्थान में पेट्रोल-डीजल से वैट कम किया जाएगा? CM अशोक गहलोत ने दिए संकेत
जालेली फौजदार में अवलोकन के दौरान वहां पर आम जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में भी पेट्रोल डीजल पर वैट कम कर प्रदेशवासियों को राहत दी जाएगी जब सभी राज्यों ने पेट्रोल-डीजल के भाव कम कम कर दिए तो हमें भी कम करने पड़ेंगे।
जयपुर/नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 1 दिन के दौरे पर मंगलवार को जोधपुर पहुंचे। जोधपुर में सर्किट हाउस में जनता दरबार भी लगा साथ ही प्रदेश भर में चल रहे प्रशासन शहर और गांव के संग कार्यक्रम के शिविर का भी अवलोकन किया। जालेली फौजदार में अवलोकन के दौरान वहां पर आम जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में भी पेट्रोल डीजल पर वैट कम कर प्रदेशवासियों को राहत दी जाएगी जब सभी राज्यों ने पेट्रोल-डीजल के भाव कम कम कर दिए तो हमें भी कम करने पड़ेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह घोषणा सार्वजनिक मंच से की है, हालांकि अभी कितना वैट कम होगा इसकी घोषणा होनी बाकी है। दीपावली के मौके पर केंद्र सरकार ने अपनी ओर से एक्साइज ड्यूटी को कम करते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की है। इसी फैसले का सहयोग करते हुए अन्य कई राज्यों में डीजल और पेट्रोल से वैट को कम किया गया लेकिन जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है उन राज्यों ने किसी भी तरह से राहत देने से इंकार कर दिया। लेकिन अचानक पंजाब सरकार ने वैट को घटाकर कांग्रेस शासित राज्यों में नंबर वन बन गई, जहां पर पेट्रोल-डीजल को सस्ता किया गया। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पेट्रोल-डीजल से वैट कम करने की ओर कदम बढ़ा लिया है अब जल्द ही प्रदेशवासियों को डीजल-पेट्रोल सस्ता मिलने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने पर केंद्र सरकार से सवाल कर रहे थे और प्रदेशवासियों के लिए वैट कम नहीं करने का भी बहाना बना रहे थे। साथ ही गहलोत ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि 18 सौ करोड रुपए का राजस्व का नुकसान हो रहा है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखा
राजस्थान में पेट्रोल और डीजल पर तुलनात्मक रूप से अधिक मूल्यवर्धित कर (वैट) को लेकर जारी राजनीतिक बयानबाजी के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने मंगलवार को इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर कम करने के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निर्देश देने का आग्रह किया है। पत्र में उन्होंने कहा है कि राजस्थान के कई जिलों से उन अन्य राज्यों की सीमा लगती है जहां वैट की दर राजस्थान से काफी कम है। राज्य की सीमा से सटे सभी राज्यों में ईंधन 15 से 22 रुपये सस्ता है।
इसमें कहा गया है कि माफिया अन्य राज्यों से पेट्रोल-डीजल लाकर प्रदेश में बेच रहे हैं, जिससे राज्य सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। राज्य में पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी चरम पर है, जिससे प्रदेश के सीमावर्ती लगभग 17 जिलों में करीब 1,200 पेट्रोल पंप बंद होने के कगार पर हैं। पूनियां ने सोनिया गांधी से आग्रह किया है कि वह राज्य में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर कम करने हेतु मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निर्देश दें जिससे प्रदेश के आमजन को पेट्रोल-डीजल सस्ता मिल सकेगा एवं महंगाई से निजात मिलेगी।