जयपुर: कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने शनिवार को कहा कि कुछ 'पीड़ा' के चलते उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा था। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले को अब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ही सुलझा सकते हैं। बाड़मेर की गुढ़ामलानी विधानसभा सीट से छठी बार विधायक हेमाराम चौधरी ने विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष को भेजा। चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “मैंने अपना इस्तीफ भेज दिया है और इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष को फैसला करना है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुझसे बात की थी और कहा कि यह पार्टी का पारिवारिक मामला है। वे राज्य में पार्टी के मुखिया हैं और मुद्दा अब उनको ही सुलझाना होगा।” हालांकि, उन्हें किस बात से तकलीफ है इस बात खुलासा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि वह अपना इस्तीफा भेज चुके हैं और इस बारे में बात करना प्राथमिकता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस समय उनकी प्राथमिकता इलाके के कोरोना से पीड़ित लोगों की मदद करना है। विधानसभा अध्यक्ष ने चौधरी के इस्तीफे पर अभी कोई फैसला नहीं किया है। चौधरी राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं और पूर्व राजस्व मंत्री भी रहे हैं।
छठी बार के विधायक चौधरी राज्य में सचिन पायलट खेमे के विधायक हैं। पिछले साल पायलट ने जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए थे तब उनका साथ देने वाले 18 विधायकों में हेमाराम चौधरी भी शामिल थे।