राजस्थान में मुख्य सचेतक यानी चीफ व्हीप पद से महेश जोशी ने इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के लिए इसे तगड़ा झटका माना जा रहा है। बजट सत्र शुरू होने से पहले महेश जोशी ने राजस्थान विधानसभा में अपने चीफ व्हीप पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंजूर कर लिया है।
जोशी अब जलदाय मंत्री ही रहेंगे
जोशी के स्थान पर नया मुख्य सचेतक नियुक्त किया जाएगा। जोशी अब जलदाय मंत्री ही रहेंगे। दरअसल, महेश जोशी का नाम भी अनुशासनहीनता का नोटिस लेने वाले उन तीन कांग्रेस नेताओं में शामिल था, जिन्होंने 25 सितंबर को अशोक गहलोत के समर्थन में समानांतर विधायक दल की बैठक में बुलाई थी।
नोटिस पर कार्रवाई की मांग
सचिन पायलट ने 48 घंटे पहले ही मीडिया के जरिए कांग्रेस हाईकमान से इस नोटिस पर कार्रवाई की मांग की थी और कहा जा रहा है कि उसी के आधार पर महेश जोशी से यह इस्तीफा लिया गया है। सूत्रों की मानें तो महेश जोशी की जगह महेंद्र चौधरी को मुख्य सचेतक बनाया जा सकता है। चौधरी अभी उपमुख्य सचेतक हैं। जोशी को पिछले कैबिनेट विस्तार में जलदाय मंत्री बनाया गया था।
पायलट ने की थी कार्रवाई की मांग
गौरतलब है कि पिछले में सचिन पायलट ने विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होने वाले सीएम अशोक गहलोत के खेमे के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि पिछले साल जयपुर में पार्टी विधायक दल (सीलपी) की बैठक में भाग नहीं लेकर तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश की अहवेलना करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में अत्यधिक विलंब हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा बदलनी है, तो कांग्रेस से जुड़े मामलों पर जल्द फैसला करना होगा।
कराची में बड़ा आतंकी हमला, पुलिस हेडक्वार्टर में घुसे 8-10 आतंकी, मुठभेड़ जारी
उद्धव ठाकरे को लगा बड़ा झटका, अब शिंदे गुट की पार्टी होगी शिवसेना, चुनाव चिन्ह भी मिला