राजस्थान CM गहलोत ने राज्यसभा चुनाव को लेकर मोदी-शाह पर साधा निशान, कही ये बड़ी बात
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्यसभा चुनाव से पहले मोदी और शाह पर सीधा निशाना साधा है।
नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव से पहले राजस्थान में सियासी हलचल तेज हो गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्यसभा चुनाव से पहले मोदी और शाह पर सीधा निशाना साधा है। डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी सीएम गहलोत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद हैं। प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। राज्यसभा चुनाव 2 महीने पहले हो सकते थे लेकिन बीजेपी ने हॉर्स ट्रेडिंग के लिए चुनाव टलवा दिए थे। मोदी और शाह लोकतंत्र को ध्वस्त करने में जुटे हैं।
राजस्थान CM अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस मुक्त भारत बनाएंगे, भारत कांग्रेस मुक्त कभी नहीं होगा। देश के रग-रग में कांग्रेस है, देश के DNA में है। लेकिन मोदी जी, उनकी सरकार, उनकी पार्टी वो नेस्तनाबूद कब हो जाए तो आश्चर्य नहीं करना चाहिए क्योंकि जनता उनके कारनामों को देख चुकी है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्यसभा के चुनाव दो महीने पहले हो सकते थे, तैयारी हो गई थी। उसके बावजूद अचानक चुनाव को बिना कारण के स्थगित कर दिया गया क्योंकि बीजेपी की होर्स ट्रेडिंग पूरी नहीं हुई थी। उनको चिंता ही नहीं थी कोरोना की, राहुल गांधी ने 12फरवरी को आगाह कर दिया था। उसके बावजूद भी मध्यप्रदेश में सरकार बदली गई। उसके पहले ये कर्नाटक में तमाशा कर चुके थे, जो षड्यंत्र करते हैं उनको बहुत टाइम लगाना पड़ता है योजना बनानी पड़ती है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि लोकतंत्र ध्वस्त करने में भाजपा जुटी हुई है। राज्यसभा चुनाव में हमें कामयाबी मिलेगी। कोरोना से लड़ाई की भीलवाड़ा मॉडल की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। हॉर्स ट्रेडिंग के लिए बीजेपी ने चुनाव टाला था।
जानिए क्या है राजस्थान राज्यसभा चुनाव का गणित
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने दावा किया कि राज्यसभा की दो सीटों पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार जीतेंगे। बता दें कि, राज्य सभा चुनाव के लिए 3 सीटों के लिए राजस्थान विधानसभा से 4 प्रत्याशी मैदान में हैं जबकि चुनाव 19 जून को होना है। इस हिसाब से अब एक सीट पर जीत के लिए 51 वोट मिलना जरूरी है। ऐसे में कांग्रेस के 2 उम्मीदवारों की जीत के लिए पार्टी को 102 मतों की आवश्कता होगी और उसके पास फिलहाल 107 का बहुमत है। इस लिहाज से सीधे-सीधे कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत लगभग तय है। लेकिन दूसरी ओर बीजेपी के पास कुल 75 सीटें है और उनका पहला प्रत्याशी की 51 वोटों से जीत तय है। लेकिन बीजेपी के 51 वोट पहले प्रत्याशी को डाले जाने के बाद भी 24 वोट शेष बचेंगे। ऐसे में पार्टी 27 अन्य वोट जुगाड़ लेती है तो उसका दूसरा प्रत्याशी भी राज्य सभा पहुंच सकता है। सारी सियासत अब इसी जुगाड़ की 27 संख्या पर हो रही है।
इस चुनाव में कांग्रेस की तरफ से 2 और भाजपा के दो उम्मीदवार मैदान में है। मौजूदा समीकरण के अनुसार दो सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार की जीत पक्की मानी जा रही है। इधर सीएम गहलोत भाजपा पर पहले ही आरोप लगा चुके हैं कि कांग्रेस विधायकों को खरीदने के लिए 35 करोड़ रुपए का ऑफर दिया जा रहा है।