जयपुर: राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच टकराव गहराता जा रहा है। दिल्ली से जयपुर गए सोनिया गांधी के दूत विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन राजस्थान के दोनों नेताओं के बीच विवाद घटने की बजाए बढ़ता ही जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की और रात में डिनर का कार्यक्रम भी रखा लेकिन सचिन पायलट न ही विधायकों की बैठक में और न ही डिनर पार्टी में पहुंचे। उन्होंने इस बैठक से दूरी बनाई रखी। खास बात ये है कि बैठक में दिल्ली से गए राजस्थान प्रभारी अजय माकन भी मौजूद थे लेकिन पायलट नहीं।
गहलोत और पायलट के विवाद को सुलझाने के लिए कुछ दिनों में राजस्थान कैबिनेट में फेरबदल होना है और इसके लिए राजस्थान प्रभारी अजय माकन इन दिनों जयपुर में हैं। दो दिनों तक उन्होंने पार्टी के विधायकों से मुलाकात की। उनसे वन टू वन किया और कांग्रेस विधायकों की मन की बात जानी। अजय माकन ने कल शाम ये वन टू वन खत्म किया उसके बाद अशोक गहलोत ने विधायकों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में अजय माकन भी शामिल थे लेकिन इस बैठक से सचिन पायलट ने दूरी बनाकर रखी।
एक तरफ सचिन पायलट का रूख साफ नहीं है मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उन्होंने अपने पत्ते अब तक नहीं खोले हैं वहीं, दूसरी तरफ राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने दो दिनों में 118 में से 115 विधायकों से फीडबैक ले लिया है। आज अजय माकन राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलने वाले हैं और उनसे सरकार के कामकाज का फीडबैक लेने वाले हैं। आज सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों को एक लंच पर भी बुलाया है।