राजस्थान में उपचुनावों से पहले एक बार फिर एक्टिव हुई भाजपा, चुनावी यात्रा पर निकले पुनिया
राजस्थान मे भले ही 3 सीटो पर होने वाले उपचुनावो की तारीख न तय हुई हो लेकिन बीजेपी चुनावी मोड मे आ गयी है।
राजस्थान मे भले ही 3 सीटो पर होने वाले उपचुनावो की तारीख न तय हुई हो लेकिन बीजेपी चुनावी मोड मे आ गयी है। दरसल राजस्थान के 3 सीटों राजसमंद, सुजानगढ़ व सहाडा की सीटों पर विधायकों के निधन के बाद उपचुनाव होने हैं। इऩ उपचुनावो मे बीजेपी अपना परचम लहराना चाहती है। यही वजह है कि आज से ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने चुनावी यात्रा का शुभारम्भ कर दिया। सतीश पुनिया सालासर बालाजी मे सबसे पहले दर्शन करेंगे और उसके बाद सुजानगढ मे चुनावी यात्रा व सभा को सम्बोधित करेंगे।
3 सीटो पर चुनावी शंखनाद या 2023 की तैयारी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया सैंकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ सालासर बालाजी रवाना हुए। इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान सतीश पुनिया ने बताया कि ये उपचुनाव की तैयारी तो है लेकिन रोडमैप 2023 के चुनावो का बनाया जा रहा है। दरअसल फरवरी महीने मे भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्ढा का राजस्थान दौरा होना है। उससे पहले राजस्थान मे वोटरों का नब्ज टटोलने के लिये सतीश पुनिया रवाना हो गये हैं। जिस भारी लाव लश्कर के साथ सतीश पुनिया रवाना हुए हैं ये भी माना जा रहा है कि ये सतीश पुनिया का शक्ति प्रदर्शन है।
वसुन्धरा राजे गायब
राजस्थान मे बीजेपी चुनावी मोड में लेकिन वसुन्धरा राजे गायब हैं। राजस्थान मे हाल मे ही हुये निकाय चुनावों मे भाजपा का प्रदर्शन बहुत ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। जिसके बाद दिल्ली मे कोर कमेटी की मीटिंग बुलाई गयी इस मीटिंग मे राजस्थान बीजेपी से सभी दिग्गज नेता मौजूद थे। लेकिन वसुन्धरा राजे की गैर मौजूदगी ने कई सवाल खडे कर दिये। इसके बाद अब उप चुनावों की तैयारी को लेकर सतीश पुनिया भी दौरे पर निकल पड़े। लेकिन वसुन्धरा राजे इस उपचुनावो की तैयारी मे भी मौजूद नहीं हैं। इसके बाद सियासी हल्कों मे इस बात की चर्चा जोरों पर है कि बीजेपी आलाकमान ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया को फ्री हैंड दे दिया है।
राजसमंद से ही किया था चुनावी आगाज
पिछले विधानसभा चुनावो मे राजसमंद से ही वसुन्धरा राजे ने चुनावी आगाज किया था। राजस्थान मे गत विधानसभा चुनावों मे राजसमंद मे चारभुजा नाथ के दर्शन से वसुन्धरा राजे ने चुनावी आगाज शुरु किया था। अमित शाह इस चुनावी सभा में मौजूद थे और अब जब राजसमंद समेत 2 अन्य सीटों पर उपचुनाव होने हैं तो उससे पहले सतीश पुनिया सालासर बालाजी मे दर्शन कर चुनावी यात्रा पर निकल पड़े। लेकिन इस दौरे मे किसी और नेता की न मौजूदगी ने साफ कर दिया है कि प्रदेश मे भाजपा मे गुटबाजी चरम पर है और मुख्यमंत्री का चेहरा बनने के लिये सभी नेता अलग अलग प्रयासों में लगे हुए हैं।