जयपुर: राजस्थान में 23 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को 41 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को संकेत दिया कि टिकट वितरण को 18 अक्टूबर के आसपास अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है। दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने पत्रकारों से कहा कि "प्रक्रिया अभी शुरू हुई है। आशा करते हैं कि यह 18 अक्टूबर के आसपास समाप्त हो जाएगी।"
'चुनावी बॉन्ड एक प्रकार का भ्रष्टाचार है'
चुनावी फंडिंग और केंद्रीय एजेंसियों के 'दुरुपयोग' को लेकर भी गहलोत ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "इस बार हम जनता से अपील करेंगे कि हमें मौका दें। भाजपा के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है। चुनावी बॉन्ड जारी किए गए हैं। बॉन्ड एक प्रकार का भ्रष्टाचार है, यह कानूनी भ्रष्टाचार की तरह है।" उन्होंने आगे कहा, "बीजेपी को बॉन्ड का 95 फीसदी पैसा मिलता है लेकिन अगर कोई उद्योगपति हमसे मिलने भी आता है, तो आयकर विभाग शाम को उसके घर/कार्यालय पहुंच जाता है। लोग डरे हुए हैं, आप सोच सकते हैं कि हम किस माहौल में काम कर रहे हैं।"
BJP नेताओं ने टिकट नहीं मिलने पर दिखाए बगावती तेवर
वहीं, आपको बता दें कि बीजेपी द्वारा आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 41 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते ही कई जगह पार्टी के नेताओं और उनके समर्थकों ने बगावती तेवर दिखाए हैं। पार्टी से टिकट की उम्मीद कर रहे कई संभावित उम्मीदवारों के समर्थकों ने कल की सूची के बाद खुलकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। राज्य में 23 नवंबर को मतदान होना है।
पार्टी ने झोटवाड़ा विधानसभा सीट से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को उम्मीदवार बनाया है। इससे इस सीट से पार्टी की ओर से चुनाव लड़ते रहे पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत के समर्थक विरोध पर उतर आए हैं। शेखावत के समर्थकों ने झोटवाड़ा सीट बचाने के लिए 'पैराशूट' उम्मीदवार हटाओ के नारे लगाए।
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