भीलवाड़ा: भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा की है जहां राजस्थान में 23 नवंबर को मतदान की तारीख मुकर्रर की है उसके बाद 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी होने के कारण लोगों को अब मतदान कम होने की चिंता सताने लगी है। जहां हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसराम जी महाराज ने 23 नवंबर को मतदान की तारीख में परिवर्तन करने की मांग को लेकर भारत निर्वाचन आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
EC और पीएम मोदी के नाम लिखा पत्र
हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसराम जी महाराज ने आज भारत निर्वाचन आयोग को ईमेल और स्पीड पोस्ट के जरिए पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीख का ऐलान हुआ है लेकिन 23 नवंबर को हिंदू सनातन धर्म के लिए देव उठनी ग्यारस (एकादशी) का महान पर्व है उस दिन अबुझ सावे रहते हैं जहां राजस्थान में लगभग 50 हजार अबुझ सावे है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय पुष्कर राज के विख्यात मेले की भी शुरुआत होगी। उस दिन हर गांव हर शहर में देवताओं का पूजन किया जाता है उसको देखते हुए मैंने आज भारत निर्वाचन आयोग राजस्थान निर्वाचन आयोग के साथ थी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की कि 23 नवंबर को मतदान की तारीख में बदलाव करें क्योंकि समस्त हिंदू समाज उसे दिन शादियों में रहेगा।
'..तो वोट के अधिकार से रह जाएंगे वंचित'
इस दौरान हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर ने कहा कि पीएम मोदी लोकतंत्र में विश्वास करते हैं और हमेशा अपील करते हैं कि लोकतंत्र के महान पर्व में भाग ले और मतदान के अधिकार का प्रयोग करें। अगर 23 नवंबर को एकादशी के दिन मतदान होता है तो कई लोग लोकतंत्र के महान पर्व में भाग लेने से वंचित रह जाएंगे। ऐसे में हमें मतदान कम होने की शंका है इसीलिए हमने मांग की है।
अब देखना यह होगा कि प्रदेश में 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रस्तावित है जहां एकादशी होने के कारण भारत निर्वाचन आयोग लोगों की मांग पर मतदान की तारीख में बदलाव करता है या नहीं।
(रिपोर्ट- सोमदत्त त्रिपाठी)
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