जयपुर: पंजाब के बाद अब राजस्थान कांग्रेस में बगावत की शुरुआत होती नजर आ रही है। एक तरफ जहां गहलोत कैबिनेट की बैठक होनी है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने बयान दिया है कि विधानसभा चुनावों में मेहनत सचिन पायलट ने की जबकि उसका फल किसी और को मिल गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश बदलाव की उम्मीद लगाकर बैठा है। चौधरी ने कहा कि सचिन पायलट ने शुरू से मेहनत की है और आम जनमानस चाहता है कि उन्हें मुख्मयंत्री बनाया जाए।
‘सचिन पायलट ताबड़तोड़ दौरा कर रहे हैं’
राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सचिन पायलट ताबड़तोड़ दौरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा के इस्तीफे पर चौधरी ने कहा कि यह सब सीएम की तरफ से प्रायोजित था। कैबिनेट बैठक से पहले एक तरफ उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं उठता है, और अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे तो दूसरी तरफ अशोक गहलोत के खास माने जाने वाले निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने कहा कि यदि सचिन पायलट निष्ठा से काम करते हैं तो एक धरोहर के रूप में जाने जाएंगे।
कई मौकों पर सामने आ चुकी है तल्खी
पिछले कुछ समय में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के रिश्तों की तल्खी कई मौकों पर नजर आ चुकी है। दोनों नेताओं के समर्थक भी अक्सर ही ऐसी बयानबाजी करते रहते हैं जिससे साफ संदेश जाता है कि राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ सही नहीं चल रहा है।