जयपुर: राजस्थान में सियासी भूचाल चरम पर है। गहलोत पायलट विवाद मे पलड़ा किसका भारी होने वाला है ये सिर्फ वक्त आने पर पता चलेगा लेकिन ऐसे वक्त में एंट्री हुई है भरतपुर राजघराने के वारिस और गहलोत सरकार में मंत्री रहे विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्द सिंह की। अनिरुद्द सिंह ने इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान तमाम बाते बताई। अनिरुद्द सिंह सबसे पहले चर्चा में तब आये थे जब उन्होंने अपने ही पिता विश्वेन्द्र सिंह के खिलाफ राजघराने की सम्पत्ति को लेकर ट्वीट किया था। उसके बाद विश्वेन्द्र सिंह के पाला बदलने को लेकर भी सोशल मीडिया पर मुखर होते नजर आये।
अनिरुद्द सिंह ने आरोप लगाया कि पाला बदलने का उनके पिता का पुराना इतिहास रहा है। पहले वो भैरो सिंह के साथ रहे, फिर वो वसुन्धरा के साथ फिर पायलट के साथ फिर गहलोत के साथ। अनिरुद्द ने कहा, "मेरा काम करने का स्टाईल अलग है। मै सचिन पायलट का समर्थक भी हूं और वो मेरे मेंटोर भी, लॉयल हूँ और रहूंगा।"
गहलोत सरकार के काम काज से असन्तुष्ठ
इंडीया टीवी के सवाल पर अनिरुद्द ने बोला कि व्यक्तिगत टिप्पणी अशोक गहलोत पर नहीं करूंगा लेकिन ये बात जरुर है कि गहलोत सरकार मे काम उस लिहाज से नहीं हो रहे है जिस लिहाज से होने चाहिये।
मेरे राजनीतिक गुरु मेरी माँ और सचिन पायलट
राजस्थान में इस वक्त कुछ भी सही नहीं चल रहा है, अस्थिरता बनी हुई है, उस वक्त अनिरुद्द सिंह की एंट्री ने सवाल खडे़ कर दिये हैं कि क्या अनिरुद्द राजनीति मे एंट्री कर रहे है। अनिरुद्द सिंह ने भी साफ कह दिया कि मेरे राजनीतिक गुरु मेरी माँ और सचिन पायलट हैं, लिहाजा जो वो रास्ता दिखायेंगे उसको ही तय करुंगा।"
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