जयपुर: कांग्रेस ने आखिरकार 16 सदस्यीय चुनाव समिति की घोषणा कर दी है, जो आगामी विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए व्यवस्थाओं और निर्णय लेने की निगरानी करेगी, लेकिन इसमें राजस्थान से कोई नहीं है जिससे व्यापक अटकलें लगाई जा रही हैं। समिति में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से एक-एक नेता को शामिल किया गया है। हालांकि, उसने चुनावी राज्य राजस्थान से एक भी नेता का चयन नहीं किया है। समिति में मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अंबिका सोनी, सलमान खुर्शीद शामिल हैं।
हाईकमान ने क्या संदेश देने की कोशिश की?
हालांकि, राजस्थान से अशोक गहलोत, सचिन पायलट और यहां तक कि प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे नेताओं को भी समिति में शामिल नहीं किया गया है। पार्टी नेताओं ने कहा कि आलाकमान ने पार्टी नेताओं को एक संदेश देने का प्रयास किया है, और यह प्रतिबिंबित करने की कोशिश की है कि चुनाव पारदर्शी तरीके से होंगे और किसी भी खेमे के लिए कोई पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं होगा।
'किसी चेहरे पर नहीं लड़ा जाएगा चुनाव'
राजस्थान कांग्रेस दो गुटों में बंटी हुई है, एक पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और दूसरे पर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का कब्जा है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि इसलिए, पार्टी ने यह संदेश देने के लिए किसी भी नेता को शामिल नहीं किया है कि चुनाव किसी चेहरे पर नहीं लड़ा जाएगा व टिकट वितरण केंद्रीय नेतृत्व के माध्यम से किया जाएगा और स्थानीय नेताओं की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी।
यह भी पढ़ें-