जोधपुर। राजस्थान में पाली जिले के एक गांव में सवर्ण जाति के लोगों के विरूद्ध शिकायत दर्ज कराने के बाद एक दलित परिवार के सदस्यों के साथ कथित रूप से मारपीट की गयी। पुलिस के अनुसार, जिले के सिराना गांव में शुक्रवार को यह घटना घटी और इस सिलसिले में शनिवार शाम को चार लोग हिरासत में लिये गये। पाली के पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया कि पुलिस ने अनुसूचित जाति/जनजाति उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम और भादंसं की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
इस घटना के बाद पीड़ित परिवार ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला तब पुलिस ने कार्रवाई की। अशोक मेघवाल ने वीडियो में आरोप लगाया कि सवर्ण जाति के कुछ लोगों ने किसी जमीन विवाद को लेकर उनकी मां दैल्ली देवी एवं गर्भवती बहन ललिता देवी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि इस विवाद के संबंध में दो मामले अदालत में लंबित हैं लेकिन ठाकुर हुकुम सिंह राजपूत उस जमीन को खाली करने के लिए दबाव डाल रहा है।
मेघवाल ने कहा, ‘‘ हम कई पीढ़ियों से इस जमीन पर रह रहे हैं लेकिन हुकुम सिंह हम पर उस जगह को खाली करने का दबाव बना रहा है और पैसे भी मांग रहा है। ’’ उन्होंने वीडियो में कहा कि कि उन्होंने जान पर खतरे के संदेह में हुकुम सिंह और छह अन्य के विरूद्ध 15 मार्च को रोहेट थाने में शिकायत दर्ज करायी थी, ‘‘ लेकिन पुलिस ने समय से कोई कार्रवाई नहीं की, शुक्रवार को 10-12 लोगों ने हम पर फिर हमला किया, हमें गालियां दीं और मेरी मां एवं गर्भवती बहन के साथ मारपीट की।’’
मेघवाल ने दावा कि उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक और स्थानीय अधिकारियों को पत्र लिखा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर आरोपियों ने उन पर हमला किया। रावत ने कहा, ‘‘हमने चार लोगों को गिरफ्तार किया और प्राथमिकी में दर्ज अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। हमने परिवार को सुरक्षा भी प्रदान की है।’’ दूसरे पक्ष ने मेघवाल के परिवार पर चोरी एवं अन्य अपराधों का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है।