Lumpy Skin Disease: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पशुओं में फैल रहे लम्पी चर्म रोग की रोकथाम के लिए रविवार को सभी जिला कलेक्टर को बिना टेंडर दवाईयां खरीदने और युद्धस्तर पर इस महामारी के इलाज एवं रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। गहलोत ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी प्रभारी मंत्री एवं जिला कलेक्टरों के साथ लम्पी त्वचा रोग की रोकथाम को लेकर समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ पशुओं में फैल रहे इस रोग पर नियंत्रण पाने के लिए कार्य कर रही है।
एक सरकारी बयान में उन्होंने कहा, "गोवंश हमारा सम्मान है, इसका संरक्षण और संवर्द्धन राज्य सरकार की प्राथमिकता है। सरकार की ओर से गौशालाओं के लिए अनुदान की अवधि छह महीने से बढ़ाकर नौ महीने कर दिया है।" गहलोत ने 15 अगस्त को राज्य के सभी जिला प्रमुख, प्रधान, सरपंच, वार्डपंच, पशुपालक, पंचायती राज, नगर परिषद, नगर पालिका के सदस्य, गौशाला प्रबंधक एवं अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अहम बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
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मुख्यतः प्रभावित जिले में संक्रमण व मृत्यु दर में कमी आई है- सीएम
उन्होंने कहा कि जिस तरह कोरोना काल में विधायकों की ओर से अपने एमएलए फंड से सहायता राशि दी गई, उसी तरह अब भी जारी की गई है। राज्य सरकार की अपील पर बड़ी संख्या मे भामाशाह व स्वयंसेवी संगठन सहयोग के लिए आगे आए हैं। गहलोत ने कहा कि मुख्यतः प्रभावित जिले गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर, बाडमेर, सिरोही, जालौर व जोधपुर में संक्रमण व मृत्यु दर में कमी आई है। साथ ही जयपुर, अजमेर, सीकर, झुंझुंनू व उदयपुर में स्थिति पर निरंतर निगरानी की जा रही है। भैंसों में भी संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि राज्य सरकार पशुपालकों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि रोग निवारक दवाईयों की उपलब्धता पंचायत समिति स्तर तक सुनिश्चित की जा रही है। जोशी ने कहा कि पशुपालकों की मदद से संक्रमण रहित पशुओं में टीकाकरण का कार्य भी जारी है।