Loud Speaker Issue in Jaipur: जयपुर में नमाज की वजह से सड़कों पर बेरिकेडिंग। इससे लोगों को आवाजाही में हो रही परेशानी। वहां जामा मस्जिद के आसपास जगह—जगह लाउडस्पीकर टांगे गए हैं। मस्जिद के आसपास 15 खंभों पर 30 से ज्यादा लाउस्पीकर लगाए गए हैं। इसी बीच जयपुर शहर काजी ने कहा कि बिना लाउडस्पीकर लोगों तक आवाज नहीं पहुंचती। इमाम की आवाज लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। यहां शुक्रवार को नमाज के कारण सुरक्षा के मद्देनजर लगाई बेरिकेडिंग से लोगों और वाहन चालकों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
बिना लाउडस्पीकर के लोगों तक आवाज नहीं पहुंचती: शहर काजी
शहर काजी ने कहा कि यूपी में योगी ने शहरों के नाम बदले। लाउडस्पीकर उनके लिए छोटी चीज है। योगी का मॉडल हमारे लिए आइडियल नहीं है। उन्होंने कहा कि रामनवमी पर भी माइक लगाए गए थे। साथ ही कचरा गाड़ी में भी लाउडस्पीकर लगाए जाते हैं तो मस्जिद में क्यों नहीं। शहर काजी ने कहा कि 15 मिनट की नजाम होती है। इसमें पूरे विश्व की अमन के लिए दुआ मांगी जाती है। सौहार्दपूर्ण व शांतिपूर्ण तरीके से काम होता है। सभी सहयोग देते हैं।इसी बीच जयपुर में जामा मस्जिद के बाहर सड़क पर नमाज पढ़ने के लिए तैयारियां की जा रही है। ईद से पहले अलविदा की नमाज के लिए सड़क के दोनों ओर नमाजी जमा हो रहे हैं।
यूपी में मुस्लिम धर्मगुरुओं की गाइडलाइन, सड़क पर नहीं होगी नमाज
उधर, उत्तर प्रदेश में ईद से पहले शुक्रवार यानी आज अलविदा जुमा की नमाज के लिए मुस्लिम धर्मगुरुओं ने गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक, अलविदा जुमे की नमाज कहीं भी सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी। लोगों से अपने घरों में या मस्जिदों में ही नमाज पढ़ने की अपील की गई है। इसके अलावा मस्जिदों में लाउडस्पीकर की आवाज भी मानकों के अनुसार रखने की सलाह दी गई है। ये पहला मौका है जब यूपी में मुस्लिम धर्मगुरु सामने आकर लोगों से सड़कों पर नमाज न पढ़ने की अपील कर रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदेश दे चुके हैं कि सड़कों पर अलविदा जुमा और ईद की नमाज नहीं पढ़ी जाएगी।