Lampi virus: राजस्थान में गोवंश को लम्पी चर्म रोग से बचाने के लिये जहां एक ओर पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है और दवाइयां दी जा रही हैं, वहीं उनके बचाव की प्रार्थना करने के लिए यज्ञ पूजन भी किया जा रहा है। पशुपालन विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, लम्पी संक्रमण से राजस्थान में अब तक 59,027 पशुओं की मौत हो चुकी है और 13,02,907 पशु इस संक्रमण से प्रभावित हैं। राज्य में इस संक्रमण के बचाव के लिए 1,08,09,67 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। इस बीच, जयपुर नगर निगम हेरिटेज मुख्यालय पर पिछले मंगलवार को पूजन और हवन का आयोजन किया गया, जिसमें महापौर मुनेश गुर्जर सहित कई पार्षद मौजूद रहे। इस दौरान महापौर मुनेश गुर्जर ने घोषणा की, जब तक यह संक्रमण कम नहीं हो जाता, वे नंगे पांव रहेंगी।
सवा लाख गायत्री मंत्रों का जप
जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर जयपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर भानपुरकलां स्थित ओम त्रिशक्ति आश्रम में आठ दिवसीय गौ पुष्टि महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। महंत नरेंद्र दास ने ‘भाषा’ से कहा कि 15 सितम्बर से शुरू हुए इस महायज्ञ का समापन 22 सितम्बर को होगा। गोरक्षा एवं लम्पी रोग के निवारण के लिये जयपुर के निर्जरा महादेव मंदिर में गायत्री महायज्ञ और हवन किया गया। महंत राम मनोहर जोशी ने बताया कि गौ माता के रोग निवारण के लिये ब्राह्मणों ने हवन तथा सवा लाख गायत्री मंत्रों का जप किया।
मुंबई में पशुओं के परिवहन पर रोक
वहीं मुंबई पुलिस ने लम्पी रोग को फैलने से रोकने के लिए शहर में पशुओं के परिवहन पर रोक लगा दी है। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में 14 सितंबर को एक आदेश जारी किया और यह 13 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। अधिकारी ने कहा कि आदेश का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। लम्पी रोग से देशभर के कई राज्यों में भारी तबाही मची है।