कोटा: राजस्थान के कोटा में छात्रों के सुसाइड का मामला थम नहीं रहा है। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी कर रहे एक और छात्र का शव उसके किराए के आवास में फंदे से लटका मिला है लेकिन कमरे से कोई ‘सुसाइड नोट’ बरामद नहीं हुआ है। यहां कोचिंग संस्थान के छात्र द्वारा की गई आत्महत्या का यह 25वां मामला है। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले का मूल निवासी 20 वर्षीय फौरीद हुसैन लगभग एक साल से यहां के एक कोचिंग संस्थान में मेडिकल प्रवेश परीक्षा 'नीट' की तैयारी कर रहा था। वह इस वर्ष के जुलाई महीने से वाउफ नगर में किराए के मकान में रह रहा था। इस घर में कोचिंग संस्थानों के अन्य छात्र भी रहते हैं।
सुसाइड की वजह नहीं आई सामने
दादाबाड़ी पुलिस थाने के क्षेत्र निरीक्षक राजेश पाठक ने कहा कि हुसैन को आखिरी बार सोमवार को दोपहर में देखा गया था। जब वह रात 8 बजे तक अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो उसके दोस्तों ने उसे आवाज दी लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद घर के मालिक को सूचना दी गई जिन्होंने पुलिस को बुलाया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा और युवक को फंदे से लटका हुआ पाया। निरीक्षक ने कहा, ''अभ्यर्थी के कमरे से ‘सुसाइड नोट’ बरामद नहीं हुआ और अभी तक उसके यह कदम उठाने का कारण नहीं पता चल सका है।'' पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभ्यर्थी के परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्ट-मार्टम होगा।
अगस्त में 6 छात्रों ने दी थी जान
कोचिंग हब कहलाने वाले राजस्थान के शहर कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए बड़े बड़े कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं। बीते कुछ सालों से यहां से सफल छात्र भी निकल रहे हैं, लेकिन इसका स्याह पक्ष ये है कि इस माहौल से छात्रों के बीच गलाकाट प्रतिस्पर्धा और उससे मिलने वाला परफार्मेंस प्रेशर भी उन्हें उन्हें सता रहा है। यहां पूरे देश से स्टूडेंट्स आकर तैयारी कर रहे हैं। कोटा में इस वर्ष किसी कोचिंग के छात्र द्वारा की गई आत्महत्या का यह 25वां मामला है। यहां 18 सितंबर को नीट की तैयारी कर रही उत्तर प्रदेश की 16 वर्ष की लड़की ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी थी। वहीं, अगस्त में छह कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या की थी।
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