Kanhaiyalal Murder: राजस्थान के उदयपुर के बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड के दोनों प्रमुख आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज़ अत्तारी को एनआईए की टीम अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से लेकर रविवार देर रात उदयपुर पहुंची। एनआईए की टीम ने दोनों आरोपियों को पूरी रात शहर के भूपालपुरा थाने में कड़ी सुरक्षा में रखा।
पूछताछ में कहा, दावत-ए-इस्लाम के लिए ही प्रचार कर रहे थे
सोमवार सुबह एनआईए की टीम दोनों आरोपियों को लेकर निकली। एनआईए की टीम सबसे पहले मालदास स्ट्रीट के कन्हैयालाल की दुकान पर पहुंची, जहां टीम ने आरोपियों से घटनाक्रम के बारे में दोबारा पूछताछ की। पूछताछ में दोनों ने प्लान बी का खुलासा किया। दोनों ने बताया कि रेकी करने के बाद तय किया था कि अगर अजमेर जाना सफल नहीं हुआ, तो उदयपुर में खांजीपीर इलाके व मल्लातलाई में रहेंगे। इसे लेकर उन्होंने अपने रिश्तेदार को कॉल कर बता भी दिया था कि धर्म के प्रचार में कुछ बड़ा करने वाले हैं, इसलिए दोनों लोग रुकेंगे। दोनों ने पूछताछ में कहा कि दावत-ए-इस्लाम के लिए ही प्रचार कर रहे थे।
गौस और रियाज ने एनआईए को बताया कि इन दोनों की मोहल्ले में ही रुकने की तैयारी थी, लेकिन सोशल मीडिया पर विडियो तेजी से वायरल हो गया, इसलिए भागना पड़ा। रियाज़ ने बताया कि बाहर भागने का रोड मैप बनाया था, जिसमें पहले नंबर पर हैदराबाद और दूसरे नंबर पर बिहार होते हुए नेपाल भागने का था। उसने बताया कि पूरे एक महीने लगातार रेकी की थी, इस रोड से आना-जाना जानबूझ कर किया था, ताकि लोगों के लिए चेहरे अनजान न लगे।
अब तक 9 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में अब तक एनआईए की टीम ने कुल 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। बता दें कि 28 जून को दोपहर 2.45 बजे उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में सुप्रीम टेलर्स के संचालक कन्हैयालाल साहू की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। मोहम्मद गौस और रियाज अत्तारी ने हत्या का लाइव वीडियो बनाया। साथ ही हत्या की जिम्मेदारी लेने का भी वीडियो बनाया। हत्याकांड के सभी आरोपी जेल में हैं।