जयपुर. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपना 1 साल का कार्यकाल पूरा होने पर पत्रकारों से ऑनलाइन रूबरू हुए। राज्यपाल कलराज मिश्र ने आगामी 4 साल की अपनी कार्ययोजना के प्रमुख कार्यक्रम सबके सामने रखें और सभी सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। राज्यपाल से जब प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों और गहलोत सरकार की कार्यशैली पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए की इस महामारी में प्रदेश की जनता के लिए किए जा रहे प्रयासों में कोई कमी न आने दे, स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त रहनी चाहिए।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि प्रदेश की जनता को भी जागरुक रहने की जरूरत है, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग हर हालत में करें, जहां कहीं भी कमी दिखाई देती है उसको दुरुस्त करने के लिए सरकार को बाध्य होना पड़ेगा, कोई भी कोताही बर्दाश्त नही की जाएगी।
'जल्द ही अयोध्या जाऊंगा'
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के वक्त ना मौजूद रहने को लेकर गवर्नर कलराज मिश्र से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रामलला हमारे आराध्य
हैं, कोरोना के चलते राम मंदिर के निर्माण के वक्त भले ही ना पहुंच पाया हूं लेकिन जल्दी ही रामलला के दर्शन के लिए जाऊंगा। इस दौरान उन्होंने राजनीति से जुड़े सभी सवालों को उन्होंने टाल दिया।
कई सालों बाद राहत कोष की बैठक
राजपाल कलराज मिश्र ने कहा कि राजभवन में राज्यपाल का राहत कोष है। इस बार 18 साल बाद राहतकोष की बैठक हुई है। अब अकाल, बाढ़ दुर्घटना, प्राकृतिक आपदाओं में लोगों की मदद को भी इसके दायरे में लाया जा रहा है। पिछले 1 साल में ₹5600000 से अधिक धनराशि इस कोष में आई है। 20-20 लाख रुपये पीएम केयर्स फंड और सीएम राहत कोष में दिए गए हैं।