जोधपुर: खून से सने कपड़ों में स्कूल से घर लौटी 7 साल की मासूम, मां से बोली- चपरासी अंकल ने किया गंदा काम
चपरासी ने बच्ची को जान से मारने की धमकी दी हुई थी जिससे बच्ची बहुत ज्यादा डरी हुई थी। इसी वजह से उसने इतने दिनों तक इस घटना का किसी से भी जिक्र नहीं किया था। एक दिन जब यह मासूम स्कूल से घर लौटी तो उसके कपड़े खून से सने थे। यह देख मां का कलेजा मुंह को आ रहा था।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर से एक शर्मनाक खबर सामने आई है। यहां एक 7 साल की मासूम को उसके माता-पिता अच्छी पढ़ाई-लिखाई करवाना चाहते थे। मासूम को सरकारी स्कूल की बजाय प्राइवेट स्कूल में भेजना शुरू किया ताकि उसको अच्छी अंग्रेजी शिक्षा मिल सके। उनकी बेटी आने वाले समय में जमाने के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सके। मासूम की मां जब अपनी लाडली को स्कूल के लिए तैयार करती तो बहुत प्यार से सजा संवार कर स्कूल भेजती थी। अपनी मां की प्यारी गुड़ियां थी वह लेकिन उसकी मां को पता नहीं था कि स्कूल में उसकी लाडली को शिक्षा के अलावा एक ऐसी पीड़ा मिल रही थी, जिसको सहन करना बड़ी महिलाओं के भी बूते से भी बाहर था।
स्कूल यूनिफॉर्म पर मां ने देखे खून के धब्बे
एक दिन जब यह मासूम स्कूल से घर लौटी तो उसके कपड़े खून से सने थे। मां का कलेजा मुंह को आ रहा था। कुछ बुरा होने का एहसास उसे होने लगा। मां ने जब अपनी मासूम से पुछा कि क्या हुआ तो बस उसकी आंखों में आंसू थे, लेकिन मुंह में शब्द नहीं थे। असल में उसे खुद नहीं समझ आ रहा था कि उसके साथ क्या हो रहा है? जब उसे खुद नही समझ आ रहा था तो वह अपने मां से भला क्या बताती। लेकिन उसकी मां उसकी आंखों में पीड़ा और डर के भाव को समझ चुकी थी। मां ने अपनी बच्ची का विश्वास में लिया और पूरी बात जानने का प्रयास किया तो मासूम अपनी मां से लिपट कर रो पड़ी। उसने जो बताया वह चौंका देने वाला था।
पिछले 7 महीने से चौकीदार कर रहा था दुष्कर्म
मासूम ने बताया कि स्कूल के चपरासी अंकल उसके साथ गलत टच करते है और गंदी हरकते भी करते है। चौकीदार ने मासूम को धमका कर रखा हुआ था। इसके बाद पीड़िता के माता-पिता ने तुरंत घटना की जानकारी बनाड़ थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मासूम को मनोवैज्ञानिक तरीके से काउंसलिंग कर पूछा तो बच्ची ने बताया कि उसके साथ करीब 7 महीने से चपरासी दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटना को अंजाम दे रहा है।
बच्ची को दी थी जान से मारने की धमकी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चपरासी ने बच्ची को जान से मारने की धमकी दी हुई थी जिससे बच्ची बहुत ज्यादा डरी हुई थी। इसी वजह से उसने इतने दिनों तक इस घटना का किसी से भी जिक्र नहीं किया। इधर, आरोपी को जब इस बात की भनक लगी तो वह फरार हो गया लेकिन आखिर कानून से कैसे बच सकता था। बनाड़ थानाधिकारी और प्रोबेशनर आईपीएस मीनाक्षी सहारन ने मुखबीरों और आधुनिक तकनीक के जरीए आरोपी की तलाश शुरू की। आरोपी की लोकेशन सांचौर के आस पास होने की जानकारी मिली जिसके बाद एक टीम गठित कर आरोपी के ठिकाने पर दबीश दी गई और वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
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फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जिसे कल कोर्ट में पेश किया जाएंगा। पुलिस आरोपी चौकीदार अशोक मेघवाल को कोर्ट में पेशकर पुलिस अभिरक्षा में लेने के लिए अर्जी पेश करेंगी। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर यह जानने का प्रयास करेंगी कि इस मासूम के अलावा और कितनी मासूम बच्चियों को इस दरिंदे ने अपना शिकार बनाया है। इस पूरे मामले की जांच एसीपी निशांत भारद्वाज कर रहे हैं।
(रिपोर्ट- चन्द्रशेखर व्यास)