नई दिल्ली: राजस्थान में टिड्डियों के हमले के खतरे को देखते हुए जैसलमेर जिले को अलर्ट कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) ने 17 मई को कहा कि मई में दक्षिण-पश्चिम ईरान में कुछ टिड्डियों के बैंड बनने की संभावना है, जहां से वे पूर्व में पाकिस्तान की ओर बढ़ सकते हैं। पाकिस्तान होते हुए ये टिड्डी दल भारत के सीमावर्ती जिले में दाखिल हो सकते है।
एफएओ से मिली सूचना के बाद सीमावर्ती जिले को टिड्डियों के हमले के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया गया है। टिड्डी नियंत्रण विभाग सहित अधिकारियों को इसे खदेड़ने की रणनीति की योजना बनाने, समन्वय करने और इससे निपटने का निर्देश दिया गया है। रेगिस्तानी टिड्डी दुनिया का सबसे विनाशकारी प्रवासी कीट हैं जो फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाते हैं। एडवाइजरी के बाद, जैसलमेर के जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने टिड्डी नियंत्रण अभियान में लगे सभी अधिकारियों को नियंत्रण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
आपको बता दें कि पिछले साल भी टिड्डियों को बड़ा हमला हुआ था। छह राज्यों के 70 से अधिक जिलों में टिड्डियां फैल चुकी थीं। 70 से अधिक जिलों में फसलों पर हमला किया था। इन पर काबू पाने के लिए एक हेलीकाप्टर और 15 ड्रोन के साथ- साथ बड़ी संख्या में मशीनें (वीकल माउंटेंड स्प्रेयर) इस्तेमाल किए किए गए थे। इनसे निजात पाने के लिए वायुसेना की मदद ली गई थी।