नई दिल्ली: केंद्रीय नेतृत्व की ओर से जयपुर भेजे गए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि गहलोत सरकार पूरी तरह स्थिर है, कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है। बीजेपी चाहे कितनी भी षड्यंत्र करे लेकिन हमारी सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी। सचिन पायलट समेत कांग्रेस के सभी विधायकों के लिए हमारे दरवाजे खुले थे और खुले रहेंगे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 48 घंटे में कांग्रेस नेतृत्व ने कई बार सचिन पायलट से बात की है। राजस्थान सरकार जनता की सेवा के लिए काम करेगा। हम सभी विधायकों और नेताओं से अपील करते हैं कि वो विधायक दल की बैठक में शामिल हों, कांग्रेस की सरकार को मजबूत करने का काम करें।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कभी-कभी वैचारिक मतभेद उत्पन्न होता है, लेकिन इससे अपनी ही सरकार को कमजोर करना ठीक नहीं हैं। अगर कोई मतभेद है तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अगुवाई में हम इसका समाधान निकालेंगे। व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के जरिए सरकार को कमजोर करना ठीक नहीं।
राजस्थान संकट से जुड़ी खबरें:
वहीं राजस्थान विधानसभा में उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य की अशोक गहलोत सरकार को कोई दिक्कत नहीं होगी और भाजपा के किसी भी तरह के मंसूबे राज्य में कामयाब नहीं होंगे। बैठक सुबह साढ़े दस बजे मुख्यमंत्री निवास पर होगी। बैठक राज्य में जारी मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच बुलाई गयी है क्योंकि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खुलकर गहलोत के विरोध में आ गए हैं।
पायलट ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा था कि वह बैठक में शामिल नहीं होंगे। पायलट ने यह भी दावा किया था कि कांग्रेस के 30 से अधिक विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों द्वारा उन्हें समर्थन देने के वादे के बाद अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है।
वहीं चौधरी ने मुख्यमंत्री निवास के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज का दिन तय कर देगा कि संख्या बल किसके पास है।’’ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने रविवार देर रात कहा था कि 109 विधायकों ने गहलोत सरकार का खुलकर समर्थन किया है।
चौधरी ने कहा, ‘‘आज यह संख्या और बढ़ेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में कोई संकट या दिक्कत नहीं है।’’ चौधरी ने कहा, ‘‘भाजपा के मंसूबे न तो राज्य में पूरे हुए हैं न होंगे।’’ उल्लेखनीय है कि 200 सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस के 107 और भाजपा के 72 विधायक हैं।