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Hindi News राजस्थान VIDEO: 10 साल के बच्चे की श्री राम के प्रति गजब की श्रद्धा, राजस्थान से स्केटिंग कर जा रहा अयोध्या

VIDEO: 10 साल के बच्चे की श्री राम के प्रति गजब की श्रद्धा, राजस्थान से स्केटिंग कर जा रहा अयोध्या

दस वर्षीय बालक अयोध्या तक स्केटिंग कर जा रहा है। हिमांशु 7वीं क्लास का छात्र है। वह भी राम उत्सव का गवाह बनने जा रहा है।

श्रीराम मंदिर के उत्सव में शामिल होने अयोध्या जा रहा है बालक- India TV Hindi श्रीराम मंदिर के उत्सव में शामिल होने अयोध्या जा रहा है बालक

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम मंदिर के उद्घाटन से पहले देश भर के लोग अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार भाव व्यक्त कर रहे हैं। इसी क्रम में एक दस वर्षीय बालक अयोध्या तक स्केटिंग करके जाएगा। अयोध्या के लिए स्केटिंग रोलर पर निकल बालक हिमांशु सैनी अलवर पहुंचा। यहां लोगों ने दिल खोलकर उसका स्वागत किया। बालक से जब पूछा गया तो उसने बताया कि एक दिन वो यूट्यूब पर वीडियो देख रहा था कि अयोध्या में भगवान राम के उत्सव में शामिल होने लोग पैदल जा रहे हैं, तब मैंने स्केटिंग कर अयोध्या तक जाने का फैसला किया। 

"पूरे रास्ते स्केटिंग करता जाऊंगा"

हिमांशु ने बताया, "जब पापा को अपने मन की बात बताई तो उन्होंने हां कर दिया। अब इस यात्रा में पापा और भैया भी साथ जा रहे हैं। अयोध्या यहां से 704KM है। पूरे रास्ते स्केटिंग करता जाऊंगा। ठंड तो है, लेकिन श्रीराम की कृपा है।" बालक हिमांशु का कहना है कि भगवान राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए जो लोग अयोध्या नहीं जा रहे हैं, वे अपने घर पर रहकर ही 22 जनवरी को 5 दीपक जरूर जलाएं। 

22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा

अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा उत्सव है। इस उत्सव को लेकर देशभर में चर्चा है। कोटपूतली जिले के लक्ष्मीनगर इलाके में रहने वाला हिमांशु 7वीं क्लास का छात्र है। वह भी इस उत्सव का गवाह बनने जा रहा है। हिमांशु ने अपने पिता अशोक सैनी के सामने इच्छा जाहिर की और हिमांशु स्केटिंग शूज पहनकर यात्रा पर निकल पड़ा और उसने रात्री में अलवर में विश्राम किया। 

आज अलवर से अपनी यात्रा शुरू की

आज हिमाशु ने अलवर से अपनी यात्रा शुरू की। पूरे शहर में जगह-जगह हिमांशु का स्वागत हुआ, यात्रा की शुभकामनाएं दीं और जय श्रीराम के नारे के साथ विदा दी। हिमांशु के साथ-साथ सभी जरूरी सामान लेकर कार में उसके पिता अशोक सैनी और भाई चल रहे हैं। कार में दवाएं, गर्म कपड़े और जरूरी सामान हैं। यात्रा के दौरान रात में विश्राम करेगा और दिन में स्केटिंग करेगा। उसका टूर 8-9 दिन में पूरा हो जाएगा। हिमांशु के पिता अशोक सैनी कोटपूतली में बिजली फिटिंग का काम करते हैं। मां कृष्णा देवी गृहिणी हैं। हिमांशु ने एक साल में ही स्केटिंग सीखी है। स्केटिंग करते हुए हिमांशु एक हाथ में भगवा ध्वजा लेकर चल रहा है।
- राजेश चौधरी की रिपोर्ट