बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक ह्रदयविदारक घटना में 34 साल की एक युवती कोरोना वायरस संक्रमण से मृत्यु के शिकार अपने पिता की जलती चिता में कूद गई। पुलिस के अनुसार यह घटना मंगलवार शाम की है। पुलिस ने युवती को सरकारी अस्पताल पहुचाया जहां गंभीर हालत के कारण उसे जोधपुर भेज दिया गया। मिली सूचना के अनुसार कोविड-19 से संक्रमित दामोदरदास (73) की मंगलवार सुबह मौत हो गयी।
बाड़ेमर शहर पुलिस थाने के प्रभारी प्रेम प्रकाश ने बताया कि दामोदरदास के तीन बेटियां हैं। सबसे छोटी बेटी चंद्रकला (34) ने अंत्येष्टि स्थल पर जाने की जिद की क्योंकि परिवार में कोई पुरुष सदस्य नहीं है। वहां पर वह अपने पिता की जलती चिता में कूद गई। मौजूद लोगों ने किसी तरह से उसे वहां से निकाला और पुलिस व एंबुलेंस को बुलाया। उसे बाड़मेर के सरकारी अस्पताल में भेजा गया। पुलिस का कहना है कि प्राथमिक उपचार के बाद चंद्रकला को जोधपुर भेज दिया गया।
अनावश्यक बाहर घूमने वाले 1,900 लोगों को संस्थागत पृथकवास में भेजा गया
राजस्थान में अनावश्यक बाहर घूम रहे 1900 लोगों को संक्रमण फैलाने के आरोप में निरूद्ध कर संस्थागत पृथकवास में भेजा गया है। पुलिस महानिदेशक एम.एल.लाठर ने बताया कि तीन मई को अनावश्यक बाहर घूम रहे 1900 लोगों को संक्रमण फैलाने के आरोप में निरूद्ध कर संस्थागत पृथकवास में भेजा गया।
सरकारी बयान के अनुसार, लाठर ने बताया कि पिछले 24 घंटों में बिना मास्क के घर से निकलने वाले अथवा ठीक से मास्क नहीं लगाने वाले 2701 लोगों के विरूद्ध महामारी अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है। इसी अवधि में सार्वजनिक स्थलों पर थूकने वाले 2120 व्यक्तियों एवं संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक दो गज की दूरी का नियम नहीं मानने वाले 26,840 लोगों के खिलाफ जुर्माना लगाया गया है।