जयपुर: राजस्थान के खैरथल तिजारा जिले में अलवर के सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान से भटककर आए एक बाघ ने गुरुवार को 4 ग्रामीणों को घायल कर दिया। राजस्थान के वन मंत्री संजय शर्मा ने बताया कि बाघ के हमले में 4 लोग घायल हुए हैं और वन विभाग की 2 टीमें बाघ को बेहोश करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने बताया, ‘बाघ (ST 2303) दरबारपुर गांव पहुंचा और खेतों में घुस गया। हमले में 4 लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाघ को बेहोश करने के लिए एक टीम इलाके में डेरा डाले हुए है, जबकि जयपुर से एक और टीम बुलाई गई है।’
दरबारपुर गांव के खेतों में छिपा है बाघ
घटना के बारे में जानकारी देते हुए एक स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने बाघ को देखा, जिससे दहशत फैल गई। उन्होंने बताया,‘करीब 100 लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने बाघ का पीछा करना शुरू कर दिया। इसी बीच बाघ ने हमला कर दिया, जिसमें महेंद्र, वीरेंद्र और सतीश नाम के 3 स्थानीय लोग घायल हो गए। बाघ ने सतीश के एक हाथ पर हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप घायल हो गया।’ इससे पहले, सुबह मुंडावर में अपने घर की ओर जा रहे एक रेलवेकर्मी विकास कुमार पर बाघ ने हमला किया था। वहां से बाघ दरबारपुर गांव पहुंचा और खेतों में छिपा हुआ है।
पिता के हमले में 10 महीने के बेटे की मौत
वहीं एक अन्य खबर में सूबे के बालोतरा जिले में बीती रात नशे की हालत में एक व्यक्ति ने अपने 2 बच्चों पर हमला कर दिया, जिसमें एक की मौत हो गई । पुलिस ने बताया कि बागरी बस्ती के रहने वाले सूरज बावरी (30) ने बुधवार रात को पत्नी से विवाद के बाद गुस्से में अपने 2 बेटों पर हमला कर दिया, जिससे 10 माह के आकाश की मौत हो गई जबकि 2 साल के दूसरे बेटे कमल को गंभीर हालत में उपचार के लिये जोधपुर ले जाया गया। आरोपी की पत्नी पार्वती ने अपने पति पर शराब के नशे में मारपीट करने और बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है।