राजस्थान में चुनावी हलचल तेज, कांग्रेस के लिए ये सीटें बड़ी चुनौती; गहलोत बोले-फिर बनेगी हमारी सरकार
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए कुछ सीटें बड़ी चुनौती साबित हो सकती हैं। इस बीच सीएम गहलोत ने प्रदेश में एक बार फिर सराकर बनाने का दावा किया है।
जयपुर; राजस्थान में विधानसभा चुनावों की हलचल दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। बीजेपी ने जहां विशेष सदस्यता अभियान शुरू किया कर हर बूथ पर 100 नये मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया है कि राज्य में एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी। वहीं कुछ सीटें ऐसी भी हैं जहां कांग्रेस को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
इन सीटों पर कांग्रेस को मिलेगी चुनौती
भीनमाल, मेड़ता, पाली, बाली, सुमेरपुर, फलौदी, झुंझुनूं, चाकसू, बगरू, धोद, झोटवाड़ा, आमेर, किशनपोल, झाडोल, डूंगरपुर, गढ़ी, कपासन, आहोर, अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, आसपुर, बड़ी सादड़ी, चित्तौड़गढ, डूंगरगढ़, घाटोल, जैतारण, कुंभलगढ़, लाडपुरा, लूणकरणसर, मनोहरथाना, मावली, उदयपुर शहर, रतनगढ़, सागवाड़ा, संगरिया, तिजारा, बहरोड़, थानागाजी, बस्सी, दूदू, शाहपुरा, खंडेला, सिरोही, गंगापुरसिटी।
पार्टी में 10 ऐसे दिग्गज नेता हैं जिनको लेकर पार्टी आश्वस्त
कांग्रेस में 10 ऐसे दिग्गज नेता हैं जिन्हें लेकर पार्टी आश्वसत है। वे नेता हैं अशोक गहलोत , सचिन पायलट ( इनकी सीट बदल सकती है ), प्रताप सिंह खचरियावास , शकुन्तला रावत , ममता भूपेश , खिलाड़ी लाल बैरवा , मुरारीलाल मीना , टीकाराम जूली, विश्वेन्द्र सिंह, महेंद्रजीत मालवीय।
छत्तीसों कौम चाहती हैं कि फिर हमारी सरकार बने : गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य की छत्तीसों कौम (हर वर्ग) चाहती हैं कि मौजूदा कांग्रेस सरकार सत्ता में वापसी करे। साथ ही गहलोत ने उम्मीद जताई कि सत्तारूढ़ कांग्रेस को फिर से जनता का आशीर्वाद मिलेगा। गहलोत ने जयपुर के पास मुंडिया रामसर गांव में राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलम्पिक-2023 के अंतर्गत आयोजित ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिता का अवलोकन करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान में माहौल अच्छा बना हुआ है। इस बार मैं उम्मीद करता हूं कि फिर से जनता का आशीर्वाद मिलेगा और सरकार रिपीट होगी। मुझे लगता है और हमारे पास आम जनता का, गांवों का, गरीबों का, दलितों, पिछड़ों का, अल्पसंख्यकों और सभी का जो फीडबैक आ रहा है। छत्तीसों कौम चाहती हैं कि सरकार रिपीट हो। यह मैं महसूस कर रहा हूं।’’
आप मांगते-मांगते थक जाओगे, मैं देते-देते नहीं थकूंगा-गहलोत
उल्लेखनीय है कि राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। लोगों की मांगों के आधार पर योजनाओं की घोषणा करते की बात कहते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘अभी तक तो मैं कहता था कि आप मांगते-मांगते थक जाओगे और मैं देते-देते नहीं थकूंगा। लेकिन अब एक महीने बाद चुनाव होने हैं 45 दिन बाद तो आचार संहिता लागू हो जाएगी तो हम लोग घोषणा कर नहीं पाएंगे। तो पहले ही मैं लोगों को आगाह कर रहा हूं कि खूब मांग लिया, मांगते रहो। डेढ महीना और आपके पास है पर अब मैं गारंटी देना शुरू करूंगा। अगर अगला बजट हमारी सरकार ने पेश किया तो हम गारंटी देते हैं कि आपकी सम्बद्ध मांग पूरी की जाएंगी।’’ (इनपुट-भाषा)