जयपुर: राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से शुक्रवार को एक और व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, राज्य में इस घातक संक्रमण के 62 नए मामले आए। चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीते चौबीस घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 62 नए मामले सामने आए। नए मामलों में जयपुर में 16, अलवर-दौसा में सात-सात और जोधपुर में पांच नए मामले सामने आए।
विभाग के एक अधिकारी के अनुसार राज्य में कोरोना संक्रमण से आज उदयपुर में एक और संक्रमित रोगी की मौत हो गई जिससे राज्य में अब तक 8,943 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। आंकड़ों के अनुसार राज्य के 33 जिलों में से 16 जिलों में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया।
अधिकारी के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटे में 70 लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं। अब राज्य में 815 मरीज उपचाराधीन हैं। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों से राजस्थान स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अग्रणी बनकर उभर रहा है। गहलोत ने 11 जिलों में आईसीयू, एनआईसीयू, पीआईसीयू का ऑनलाइन शिलान्यास करने के कार्यक्रम में यह बात कही।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान ऐसा प्रदेश है जो सभी जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश में अधिकाधिक मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए संप्रग सरकार के समय योजना बनी थी। उन्होंने कहा कि राजस्थान ने इस दिशा में पूरी तैयारी के साथ आवश्यक शर्तों को पूरा किया, जिसके चलते 30 जिलों में सरकारी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की ओर कदम बढ़ सके। शेष तीन जिलों में भी सरकारी मेडिकल कॉलेज स्वीकृत कराने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि दूसरी लहर के कटु अनुभवों से सबक लेते हुए राज्य सरकार ऑक्सीजन उत्पादन एवं शिशु चिकित्सा इकाइयों में बढ़ोतरी की योजना पर तेजी से काम कर रही है और राज्य एक हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता हासिल करने की दिशा में अग्रसर है। चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में राज्य सरकार ने पूरे समर्पण भाव और मुस्तैदी के साथ कोविड-19 महामारी का प्रबंधन किया है और संक्रामक रोगों को देखते हुए भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप सुविधाएं विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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