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राजस्थान में कोरोना वायरस से संक्रमित और 155 मरीजों की मौत, सामने आए 14289 नए मामले

राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित 155 लोगों की मौत हुई है जबकि 14,289 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है। 

Covid claims 155 lives in Rajasthan, infects 14,289 more- India TV Hindi Image Source : PTI राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित 155 लोगों की मौत हुई है।

जयपुर: राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित 155 लोगों की मौत हुई है जबकि 14,289 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित 155 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अभी तक महामारी से कुल 6472 लोगों की मौत हुई है। वहीं राज्य में अभी 2,12,753 कोरोना संक्रमित मरीज उपचाराधीन हैं। आंकडों के अनुसार सबसे ज्यादा 58 मौतें राजधानी जयपुर में हुई हैं। 

इसके अलावा जोधपुर में 14, उदयपुर-बीकानेर में 12-12, सीकर-भरतपुर में 7-7 और अलवर, भीलवाड़ा, झालावाड़, कोटा, पाली में 4-4 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 14,289 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। सबसे ज्यादा 2823 नए मरीज राजधानी जयपुर में मिले हैं, इसके अलावा अलवर में 1368, कोटा में 773, जोधपुर में 708, उदयपुर में 688, सीकर में 674, भरतपुर में 575, झुंझुनूं में 574 और अजमेर में 496 नये संक्रमित मरीज पाये गये हैं। 

आंकडों के अनुसार बीते 24 घंटों में राज्य में 13,270 और मरीज ठीक हुए हैं। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘पीएम केयर्स फंड’ से उपलब्ध कराये गये खराब वेंटिलेटर्स की खरीद की जांच केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से करवाने की मांग की है। गहलोत ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘भारत सरकार ने प्रदेश को पीएम केयर्स फंड से 1900 वेंटिलेटर उपलब्ध करवाए थे। इन वेंटिलेटरों के इंस्टॉलेशन और मेंटिनेंस की जिम्मेदारी भारत सरकार की थी। डॉक्टरों के मुताबिक इनमें से कई वेंटिलेटरों में तकनीकी कमियां हैं जिनके कारण इन्हें इस्तेमाल करना रोगियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘डॉक्टरों ने बताया कि इन वेंटिलेटरों में प्रेशर ड्रॉप की समस्या है। एक-दो घंटे लगातार काम करने के बाद ये वेंटिलेटर बन्द हो जाते हैं। इनमें पीआईओ2 में अचानक कमी, ऑक्सीजन सेन्सर एवं कम्प्रेशर के फेल होने की परेशानी है।’’ 

उन्होंने कहा कि राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र एवं गुजरात में भी इन वेंटिलेटरों में अलग-अलग समस्याएं सामने आई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वेंटिलेटरों की समस्या से अवगत करवाने एवं इनको जल्द से जल्द ठीक करवाने हेतु राजस्थान सरकार द्वारा दो पत्र सचिव स्तर पर एवं एक पत्र मंत्री स्तर पर भारत सरकार को लिखे गये। 

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